शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बोले- केंद्र सरकार NEET पर चर्चा को तैयार लेकिन विपक्ष मर्यादा बनाए
क्या है खबर?
लोकसभा और राज्यसभा में राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता (NEET) को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है।
दोनों सदनों में इस विषय पर चर्चा की मांग को लेकर शुक्रवार को काफी हंगामा हुआ। इस बीच लोकसभा सोमवार तक स्थगित कर दी गई।
सदन के बाहर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया से कहा कि सरकार किसी भी तरह की चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन सब परंपरा और मर्यादा में होनी चाहिए। राष्ट्रपति के अभिभाषण में परीक्षा की बात आई है।
बयान
आगे क्या बोले प्रधान?
प्रधान ने आगे कहा, "राष्ट्रपति के प्रारंभिक अभिभाषण में परीक्षा के ऊपर खुद ही संबोधित किया। ये सरकार की मंशा प्रतीत करती है कि हम कोई भी विषय का सामना करने के लिए तैयार हैं। दोनों सदनों के सभापति ने भी उनको परंपरा की याद दिलाई है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में इसका जिक्र किया है तो प्रतिपक्ष धन्यवाद प्रस्ताव में इस मुद्दे पर बात कर सकता है। सरकार मामले में कोई लीपापोती नहीं कर रही है।"
ट्विटर पोस्ट
धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया से बात की
#WATCH | On protest by opposition MPs in Parliament over the NEET issue, Union Education Minister Dharmendra Pradhan says, "The government is ready for every kind of discussion, but everything should happen within tradition and decorum. When the President herself spoke about the… pic.twitter.com/Bu9FndZyV9
— ANI (@ANI) June 28, 2024
विवाद
दोनों सदनों में खूब हुआ हंगामा
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की जगह सीधे NEET पेपर लीक मामले में चर्चा के लिए विपक्ष ने दोनों सदनों में काफी हंगामा किया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि मामले में देश के छात्रों को लगना चाहिए कि सरकार और विपक्ष उनके लिए चिंतित है, इसलिए यह चर्चा होनी जरूरी है।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे विरोध जताते हुए सभापति जगदीप धनखड़ के आसन तक पहुंच गए। धनखड़ ने इस पर आपत्ति जताई।
घटना
क्या है NEET मामला?
NEET UG परीक्षा का आयोजन 5 मई को हुआ था। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। परीक्षा वाले दिन पटना में जले प्रश्न पत्र बरामद हुए थे।
परिणाम आए तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की और सभी के 720 में 720 अंक थे। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर हैं।
मामले की जांच CBI और बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) कर रही है। CBI ने गिरफ्तारी भी की है।