राम मंदिर अगले साल 1 जनवरी तक हो जाएगा तैयार, अमित शाह का ऐलान
क्या है खबर?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या के राम मंदिर को लेकर गुरुवार को एक बड़ा ऐलान किया।
उन्होंने त्रिपुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 1 जनवरी, 2024 तक राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा।
शाह ने कांग्रेस पर राम मंदिर का मामला उलझाने का आरोप भी लगाया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन कर उसकी आधारशिला रखी थी।
बयान
अमित शाह ने क्या कहा?
अमित शाह ने आरोप लगाया कि जब से देश आजाद हुआ है, तब से कांग्रेस के नेता राम मंदिर के मामले को विभिन्न अदालतों में उलझा रहे थे।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन कर निर्माण शुरू करवा दिया।
शाह ने कहा, "राहुल गांधी पूछते थे 'मंदिर वहीं बनाएंगे, तिथि नहीं बताएंगे'...राहुल बाबा कान खोलकर सुन लो...1 जनवरी, 2024 को गगनचुंबी राम मंदिर तैयार मिलेगा।"
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें अमित शाह का बयान
#WATCH | Congress hindered the construction of Ram Temple in courts...After the SC verdict came, Modiji began the construction of the temple...Ram Temple will be ready on 1st January 2024: Union Home minister Amit Shah in Tripura pic.twitter.com/d7lZ8eegwS
— ANI (@ANI) January 5, 2023
जानकारी
त्रिपुरा में इस साल होने हैं विधानसभा चुनाव
त्रिपुरा में फरवरी या मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं और भाजपा राज्य की सत्ता में वापसी चाहती है। इसके अलावा 2024 में लोकसभा चुनाव हैं। राम मंदिर के ऐलान को भाजपा के एक बड़े राजनीतिक कदम के रूप में देखा जा सकता है।
शुभारंभ
प्रधानमंत्री मोदी ने 2020 में किया था भूमि पूजन
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन कर इसके निर्माण कार्य का शुभारंभ किया था।
मंदिर निर्माण के लिए 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' नामक ट्रस्ट बनाई गई है। इस ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश से चंदा इकट्ठा किया है और उसे 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा मिल चुका है।
मंदिर निर्माण में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आने का अनुमान है।
नींव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने पिछले साल रखी थी मुख्य मंदिर की नींव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल 1 जुलाई को वैदिक धार्मिक संस्कारों का पालन करते हुए राम मंदिर के मुख्य परिसर की नींव रखी थी।
तब मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि राम मंदिर के लिए 500 साल का संघर्ष समाप्त हो गया है और ये हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने राम मंदिर के निर्माण में लगे इंजीनियर्स और श्रमिकों को भी सम्मानित किया था।
निर्माण
कैसा होगा राम मंदिर का डिजाइन?
राम मंदिर की डिजाइन बनाने वाले आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा के अनुसार, राम मंदिर को 135*240 फुट के उठे हुए मंच पर बनाया जाएगा। इसमें एक पारंपरिक हिंदू मंदिर की चारों विशेषताएं (चौकी, नृत्यमंडप, गूढ़ मंडप और गर्भ गृह) होंगी। पूर निर्माण में 2.5-3 लाख क्यूबिक फीट पत्थर लगेगा। मूर्तियां संगमरमर से बनाई जाएंगी।
उनके अनुसार, इसमें दो मंजिल होंगी। नीचे रामलला का पवित्र स्थान होगा, वहीं ऊपर राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियों के साथ राम दरबार होगा।
फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में राम मंदिर को लेकर सुनाया था फैसला
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने दशकों तक चले अयोध्या के राम जन्मभूमि जमीन विवाद में 9 नवंबर, 2019 को रामलला विराजमान के हक में फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन पर मंदिर बनाने का आदेश दिया था।
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद निर्माण के लिए वक्फ बोर्ड को अयोध्या में ही पांच एकड़ जमीन देने का आदेश भी दिया था। इस मस्जिद का निर्माण भी शुरू हो चुका है।