
पहाड़ियों पर स्थित हैं ये मठ, जहां जाकर मिलेगी शांति और सुखद अनुभव
क्या है खबर?
भारत के पहाड़ी मठ हमेशा से ही शांति और सुकून के प्रतीक रहे हैं।
यहां की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक माहौल लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
अगर आप भी रोजमर्रा की भागदौड़ से दूर कुछ समय बिताना चाहते हैं तो इन मठों की यात्रा आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है।
आइए कुछ ऐसे प्रमुख मठों के बारे में जानते हैं, जहां जाकर आप मानसिक शांति पा सकते हैं।
#1
हेमिस मठ (लद्दाख)
लद्दाख का हेमिस मठ अपनी अद्वितीय वास्तुकला और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
यह मठ समुद्र तल से लगभग 12,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो इसे एक अनोखा अनुभव बनाता है।
यहां हर साल जून महीने में हेमिस महोत्सव मनाया जाता है, जिसमें बौद्ध भिक्षु पारंपरिक नृत्य करते हैं। इस दौरान यहां का माहौल बेहद खास होता है और आपको आत्मिक शांति का अनुभव होता है।
#2
नामग्याल मठ (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित नामग्याल मठ तिब्बती संस्कृति और बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है।
यह दलाई लामा का निजी मंदिर भी है, जहां वे नियमित रूप से प्रवचन देते हैं।
यहां आकर आप ध्यान और साधना कर सकते हैं, जिससे आपके मन को गहरी शांति मिल सकती है।
इसके अलावा आसपास की प्राकृतिक सुंदरता भी आपकी यात्रा को यादगार बना देती है।
#3
रुमटेक मठ (सिक्किम)
सिक्किम का रुमटेक मठ अपने भव्य निर्माण और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
यह काग्यू संप्रदाय का मुख्यालय भी माना जाता है, जहां हर साल कई श्रद्धालु आते हैं।
यहां की शांति और आध्यात्मिक माहौल में ध्यान करने से मन को गहरी शांति मिलती है।
पर्यटक यहां बौद्ध धर्म की गहरी समझ प्राप्त कर सकते हैं और इस पवित्र स्थान पर बिताया गया समय मानसिक रूप से तरोताजा कर देता है।
#4
तवांग मठ (अरुणाचल प्रदेश)
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में स्थित तवांग मठ विशालकाय बौद्ध विहार एशिया के सबसे बड़े विहारों में से एक माना जाता है।
इसकी स्थापना 17वीं सदी में हुई थी और यह आज भी अपनी प्राचीन धरोहर को संजोए हुए हैं।
यहां आकर आप न केवल धार्मिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं बल्कि आसपास की खूबसूरत वादियों में घूमकर प्रकृति संग जुड़ाव महसूस कर सकते हैं।