
क्या आप भी अनदेखा कर रहे हैं विटामिन-B12 की कमी के ये 5 संकेत?
क्या है खबर?
विटामिन-B12 हमारे शरीर के लिए एक अहम पोषक तत्व है, जो नर्वस सिस्टम और रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
इसकी कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि विटामिन-B12 की कमी के कौन-कौन से संकेत होते हैं, जिन्हें आप शायद महीनों से अनदेखा कर रहे हों और आगे चलकर आपके लिए मुसीबत बन सकते हैं।
#1
लगातार थकान महसूस होना
अगर आप बिना किसी खास वजह के लगातार थकान महसूस करते हैं तो यह विटामिन-B12 की कमी का संकेत हो सकता है।
यह विटामिन आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है। इसकी कमी होने पर आपकी कोशिकाएं पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं ले पाती हैं, जिससे आपको जल्दी थकान महसूस होती है।
अगर आपको लगता है कि आपकी थकान सामान्य से ज्यादा बढ़ गई है तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी हो सकता है।
#2
त्वचा का पीला पड़ना
त्वचा का रंग अचानक पीला पड़ जाना भी विटामिन-B12 की कमी का एक लक्षण हो सकता है।
इस पोषक तत्व की कमी होने पर लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण सही तरीके से नहीं होता है, जिससे एनीमिया जैसी स्थिति उत्पन्न होती है और त्वचा पीली दिखने लगती है।
अगर आपकी त्वचा का रंग अचानक बदल रहा हो या आंखों के नीचे गहरे घेरे बन रहे हों तो इसे हल्के में न लें और तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें।
#3
याददाश्त कमजोर होना
अगर आप छोटी-छोटी बातें भूलने लगे हैं या ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत आ रही है तो यह भी विटामिन-B12 की कमी का संकेत हो सकता है।
यह विटामिन मस्तिष्क को सही तरीके से काम करने में मदद करता है और इसकी कमी होने पर याददाश्त कमजोर होने लगती है।
अगर आपको लगता है कि आपकी स्मरण शक्ति पहले जैसी नहीं रही या ध्यान भटकता रहता है तो इसे गंभीरता से लें।
#4
हाथ-पैरों में झुनझुनी होना
हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन महसूस होना भी इस पोषक तत्व की कमी का लक्षण हो सकता है।
विटामिन-B12 नसों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और इसकी अनुपस्थिति नसों को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे झुनझुनी जैसा अनुभव होता है।
अगर आपके हाथ-पैर अक्सर सुन्न रहते हों या उनमें झुनझुनी होती हो तो डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी होता है।
#5
मूड स्विंग्स होना
मूड स्विंग्स यानी मनोदशा बार-बार बदलना भी इस पोषक तत्व की अनुपस्थिति दर्शाता है।
इसके कारण व्यक्ति कभी खुश कभी उदास रहने लगता है। इसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है, जिससे डिप्रेशन जैसी समस्या उत्पन्न होती है।
अगर आपका मूड बिना वजह बार-बार बदल रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें बल्कि विशेषज्ञ सलाह लें ताकि समय रहते उपचार किया जा सके।