सर्दियों के दौरान भारत में आने वाले हैं ये त्योहार, हो जाइए इनके लिए तैयार
भारत में ठंड का मौसम ठंडक और आराम के अलावा रंग-बिरंगे त्योहारों का भी समय है। देश के हर कोने में अलग-अलग शीतकालीन उत्सव मनाए जाते हैं, जो यहां की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं। ये त्योहार स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं। हिमाचल की बर्फीली पहाड़ियां या राजस्थान की धूप, हर जगह कुछ खास देखने को मिलता है। आइए भारत के कुछ प्रमुख शीतकालीन त्योहारों के बारे में जानते हैं।
लोहड़ी
लोहड़ी पंजाब और हरियाणा में धूमधाम से मनाया जाने वाला त्योहार है। यह फसल कटाई का पर्व है, जो जनवरी में आता है। इस दिन लोग आग जलाकर उसके चारों ओर घूमते हैं और गाने गाते हुए तिल, गुड़, मूंगफली आदि अग्नि में अर्पित करते हैं। यह पर्व नई फसल की खुशी मनाने का प्रतीक है और इसे देखने के लिए पंजाब आना यादगार अनुभव हो सकता है।
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति पूरे भारत में अलग-अलग नामों से मनाया जाता है, लेकिन गुजरात में इसे खासतौर पर पतंगबाजी के रूप में जाना जाता है। इस दिन आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से भर जाता है और लोग छतों पर खड़े होकर पतंग उड़ाते हुए एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं। अहमदाबाद शहर इस दौरान विशेष रूप से जीवंत हो उठता है, जहां अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव आयोजित किया जाता है और इसमें देश-विदेश से लोग भाग लेते हैं।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल जनवरी महीने में आयोजित होता है और यह साहित्य प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहां विश्वभर के लेखक, कवि, और विचारक इकट्ठा होते हैं और अपने विचार साझा करते हैं। यह महोत्सव न केवल साहित्यिक चर्चाओं तक सीमित रहता है बल्कि संगीत कार्यक्रमों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों द्वारा भी समृद्ध होता है। यहां आने वाले लोग विभिन्न सत्रों में भाग लेकर साहित्य की गहराई को समझ सकते हैं।
नागालैंड हॉर्नबिल फेस्टिवल
नागालैंड का हॉर्नबिल फेस्टिवल दिसंबर महीने में आयोजित किया जाता है और यह राज्य की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करता है। इस उत्सव के दौरान विभिन्न जनजातियां अपनी पारंपरिक पोशाक पहनकर नृत्य करती हैं और संगीत प्रस्तुत करती हैं। पर्यटक यहां आकर नागालैंड की अनूठी संस्कृति को करीब से देख सकते हैं और इसके विविध रंगों का आनंद ले सकते हैं। यह महोत्सव स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन जाता है।
गोवा कार्निवाल
गोवा कार्निवाल फरवरी में आयोजित होने वाला एक प्रमुख उत्सव है, जिसमें समुद्र तट पर रंगारंग जुलूस निकाले जाते हैं और संगीत सहित नृत्य कार्यक्रम होते हैं। यह तीन दिनों तक चलता है और इसमें स्थानीय लोग व पर्यटक बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। गोवा कार्निवाल पुर्तगाली शासन काल की याद दिलाता है और इसे देखने आने वाले पर्यटक गोवा की खूबसूरती और सांस्कृतिक धरोहर दोनों का आनंद ले सकते हैं।