तमिलनाडु के मदुरै में स्थित मीनाक्षी मंदिर है बेहद खूबसूरत, जानिए इसके 5 मुख्य आकर्षण
तमिलनाडु के मदुरै में स्थित मीनाक्षी मंदिर एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह मंदिर देवी मीनाक्षी और भगवान सुंदरेश्वर को समर्पित है। यहां की वास्तुकला और मूर्तिकला हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इस मंदिर का इतिहास लगभग 2,500 साल पुराना है और यह भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अगर आप धार्मिक स्थलों में रुचि रखते हैं तो मीनाक्षी मंदिर की यात्रा के दौरान ये 5 मुख्य आकर्षण जरूर देखें।
देखें खूबसूरत गोपुरम की विस्तृत नक्काशी
मीनाक्षी मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर पहुंचते ही आपको इसकी भव्यता का एहसास होगा। यहां ऊंचे गोपुरम (प्रवेश द्वार) बने हुए हैं, जिन पर रंग-बिरंगी मूर्तियां उकेरी गई हैं। ये गोपुरम स्थापत्य कला के बेहतरीन उदाहरण हैं, जिनका विशेष धार्मिक महत्व भी है। यहां आकर आप इन गोपुरम की विस्तृत नक्काशी को करीब से देख सकते हैं। प्रवेश द्वार पर स्थित दुकानों से आप स्थानीय हस्तशिल्प और स्मृति चिन्ह भी खरीद सकते हैं।
मंदिर में लगी देवी मीनाक्षी और भगवान सुंदरेश्वर की मूर्तियां मोह लेंगी मन
मंदिर के अंदर प्रवेश करने पर सबसे पहले आपको मुख्य गर्भगृह देखने को मिलेगा, जहां देवी मीनाक्षी और भगवान सुंदरेश्वर की मूर्तियां स्थापित हैं। यह स्थान अत्यंत पवित्र माना जाता है और यहां भक्तजन पूजा-अर्चना करते हुए देखे जा सकते हैं। गर्भगृह की दीवारें सुंदर चित्रकारी से सजी हुई हैं, जो प्राचीन भारतीय कला का उदाहरण प्रस्तुत करती हैं। यहां आकर आपको एक अनोखा आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होगा, जो आपके मन को शांति प्रदान करेगा।
हॉल ऑफ थाउजेंड पिलर्स देखना न भूलें
हॉल ऑफ थाउजेंड पिलर्स (हजार स्तंभों वाला हॉल) मीनाक्षी मंदिर का एक अन्य प्रमुख आकर्षण है, जिसे देखने पर्यटक दूर-दूर से आते हैं। इस हॉल में कुल 985 स्तंभ मौजूद हैं, जिनकी नक्काशी बेहद बारीकी से की गई है। हर एक स्तंभ पर विभिन्न देवी-देवताओं एवं पौराणिक पात्रों की आकृतियां उकेरी गई हैं, जो देखने लायक हैं। इस हॉल में घूमते हुए आपको प्राचीन भारतीय स्थापत्य कला एवं शिल्पकला का बेहतरीन नमूना देखने को मिलेगा।
पुष्करिणी तालाब में करें स्नान
पुष्करिणी तालाब या स्वर्ण कमल पुष्करिणी इस मंदिर परिसर में स्थित एक महत्वपूर्ण स्थल है, जहां भक्तजन स्नान कर अपनी आत्मा को शुद्ध करते हैं। यह तालाब बेहद शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करता है। यहां बैठकर आप ध्यान लगा सकते हैं या बस इसके सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं। तालाब के चारों ओर बने छोटे-छोटे मंडप इसकी शोभा को बढ़ाते हैं। यहां आकर आपको मानसिक शांति और सुकून मिलेगा, जो आपके अनुभव को और भी खास बना देगा।
तिरुकल्याणम् त्योहार में हों शामिल
अगर आप सही समय पर मदुरै आते हैं तो आप यहां आयोजित होने वाला वार्षिक त्योहार 'तिरुकल्याणम्' देख सकते हैं। यह देवी-देवताओं का विवाह उत्सव होता है। यह त्योहार चैत्र माह यानि मार्च-अप्रैल में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें हजारों भक्तजन भाग लेते हैं। इस दौरान पूरे शहर और मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों और रोशनी से सजाया जाता है, जिससे इसकी खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है।