
पैरों के ये पांच लक्षण देते हैं गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत
क्या है खबर?
हमारे शरीर के पैरों में कई अंग होते हैं, जो कई बीमारियों का संकेत देते हैं। अगर इन अंगों में कोई भी बदलाव होता है तो यह कई गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है।
इनका सही समय पर इलाज न कराने पर समस्या गंभीर हो जाती है और कई बार जानलेवा भी साबित हो सकती है।
आइए आज हम आपको पैरों से जुड़ी कुछ सामान्य समस्याओं के बारे में बताते हैं, जो कई बीमारियों का संकेत देते हैं।
#1
पैरों के निचले हिस्से का गर्म होना
अगर आपके पैरों के निचले हिस्से का तापमान सामान्य से ज्यादा है तो यह संकेत हो सकता है कि आपको उच्च रक्तचाप की समस्या है।
इसके अलावा यह परेशानी मधुमेह या किसी अन्य गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकती है।
ऐसे में बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से मिलें ताकि समय पर परेशानी का पता चल सके और उसका इलाज सही तरीके से हो सके।
#2
पैर की उंगलियों का सुन्न होना
अगर किसी कारणवश आपकी पैर की उंगलियां सुन्न हो जाती हैं तो इसे नजरअंदाज न करें। यह समस्या मधुमेह, दिल की बीमारी या नसों से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकती है।
इसके अलावा यह रीढ़ की हड्डी में किसी समस्या का भी संकेत हो सकता है।
ऐसे में बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से मिलें ताकि समय पर परेशानी का पता चल सके और उसका इलाज सही तरीके से हो सके।
#3
पैरों में दर्द होना
अगर आपको पैरों के किसी हिस्से में दर्द होता है तो इसे नजरअंदाज करने की गलती न करें।
यह समस्या कई गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकती है। इसलिए अगर पैरों में दर्द का कारण पता न चलने पर डॉक्टर से मिलें।
इसके अलावा पैरों में दर्द होने पर कुछ घरेलू उपाय भी आजमा सकते हैं, जैसे कि पैरों की मालिश करना या गर्म पानी से सिकाई करना।
#4
पंजों का ठंडा होना
आमतौर पर पंजे ठंडे या गर्म होते हैं, लेकिन अगर आपके पंजे हमेशा ठंडे रहते हैं तो यह खराब कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है।
इसके अलावा ठंडे पंजों का मतलब यह भी हो सकता है कि आपके शरीर में खून का प्रवाह ठीक से नहीं हो रहा है।
ऐसे में बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से मिलें ताकि समय पर परेशानी का पता चल सके और उसका इलाज सही तरीके से हो सके।
#5
पैरों के नीचे की त्वचा का रंग बदलना
अगर आपको पैरों के नीचे की त्वचा का रंग बदलता हुआ नजर आए, तो यह संकेत हो सकता है कि आपको उच्च रक्तचाप की समस्या है।
इसके अलावा यह परेशानी शुगर या किसी अन्य गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकती है।
ऐसे में बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से मिलें ताकि समय पर परेशानी का पता चल सके और उसका इलाज सही तरीके से हो सके।