गर्मियों में बढ़ जाते हैं वायरल और डायरिया के मामले, ऐसे रखें अपनी सेहत का ख्याल
क्या है खबर?
गर्मी का मौसम शुरू होते ही वायरल फीवर, स्वाइन फ़्लू, डेंगू, मलेरिया और डायरिया जैसी बीमारियाँ भी दस्तक देने लगती हैं।
ये बीमारियाँ हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बनाती हैं। ऐसे में बदलते मौसम के साथ सेहत की बेहतर तरह से देखभाल की ज़रूरत होती है।
आज हम आपको गर्मियों में होने वाली कुछ सामान्य बीमारियों और उनसे बचने के उपायों के बारे में बताएँगे। इससे इन बीमारियों का ख़तरा काफ़ी कम हो जाता है।
बीमारी 1
क्या है हीट स्ट्रोक और इसके लक्षण
लम्बे समय तक धूप में रहने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है, इस स्थिति को हीट स्ट्रोक या हापरथर्मिया कहा जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल 40 लाख से ज़्यादा मामले हीट स्ट्रोक के सामने आते हैं।
लक्षण: हीट स्ट्रोक के लक्षणों में तेज़ बुखार, सिर में दर्द, उल्टी आना, चक्कर आना, सिर घूमना, माँसपेशियों में खिंचाव, दिल की धड़कन का तेज़ होना, ख़ूब पसीना आना, त्वचा का रंग लाल हो जाना है।
जानकारी
हीट स्ट्रोक से ऐसे करें बचाव
ज़्यादा से ज़्यादा तरल पदार्थों का सेवन करें, धूप में निकलने से बचें, ढीले और सूती कपड़े पहने, बाहर निकलते समय टोपी पहनकर निकलें। इसके अलावा कमरे के तापमान को कम करें और खिड़कियाँ खोलकर रखें।
बीमारी 2
वायरल फीवर और इसके लक्षण
गर्मियों में यह एक आम समस्या है। गर्मी बढ़ते ही ज़्यादातर लोग वायरल फीवर की चपेट में आ जाते हैं। तापमान में कमी या बढ़ोतरी से प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होने लगती है, जिससे वायरस शरीर को जल्दी संक्रमित कर देते हैं।
लक्षण: वायरल फीवर में तेज़ बुखार के साथ आँखों का लाल होना, खाँसी-जुकाम, जोड़ों में दर्द और सूजन, थकान, नाक बहना, बदन दर्द, कमज़ोरी महसूस करना और भूख न लगना जैसे लक्षण सामने आते हैं।
जानकारी
वायरल फीवर से ऐसे करें बचाव
वायरल फीवर से बचने के लिए घर में साफ़-सफ़ाई रखें, पानी इकट्ठा न होने दें, पूरे बाजू के कपड़े पहने, बाहर की चीज़ें खाने से बचें और उबला हुआ पानी पीएँ। इसके अलावा धनिया की चाय और तुलसी एवं लौंग का काढ़ा भी लाभदायक है।
बीमारी 3
क्या है डायरिया और इसके लक्षण
डायरिया की समस्या ज़्यादातर शरीर में पानी और नमक की कमी से होती है। गर्मियों में अपना ख्याल न रखा जाए तो डायरिया की समस्या किसी को भी हो सकती है। इसे अनदेखा करना ख़तरनाक हो सकता है, इसलिए तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
लक्षण: अगर डायरिया के लक्षणों की बात करें तो एक से ज़्यादा पतली दस्त होना, पेट में ऐंठन, जी मिचलाना, पेट दर्द, हल्का सिरदर्द, चक्कर आना, और उल्टी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
जानकारी
डायरिया से बचने के उपाय
एक गिलास पानी में दो चम्मच चीनी और चुटकीभर नमक और नींबू मिलाकर पीएँ। इसके अलावा नारियल पानी, दाल का पानी, चावल का मांड़, सौंफ का पानी, दही और केला खाना डायरिया में फ़ायदेमंद होता है।
बीमारी 4
आँखों में इंफ़ेक्शन या कंजक्टिवाइटिस और इसके लक्षण
गर्मीयों में आँखों में इंफ़ेक्शन यानी कंजक्टिवाइटिस की समस्या आम है। यह समस्या वायरस, बैक्टीरियल इंफ़ेक्शन, धूल-मिट्टी या बढ़ते प्रदूषण की वजह से हो सकती है। यह परेशानी चार से सात दिनों तक रहती है और संपर्क में आने पर एक से दूसरे में फैलती है।
लक्षण: कंजक्टिवाइटिस में आँखों का रंग हल्का लाल होना, आँखों से पानी निकलना, खारिश, आँखों के किनारे पपड़ी बनना और सूजन होना जैसे लक्षण दिखते हैं।
जानकारी
कंजक्टिवाइटिस से ऐसे करें बचाव
आँखों को बार-बार छूने से बचें, आँखों से निकलने वाले पानी को साफ़ कपड़े से पोछें, अपना तौलिया या रुमाल शेयर न करें। इसके अलावा आँखों को बर्फ़ से साफ़ करें और कपड़े पर गुलाब, लवेंडर या कैमोमाइल का तेल गर्म करके आँखों पर रखें।