
रसोई गार्डन बनाना चाहते हैं तो इन 5 जड़ी-बूटियों को उगाएं, होगा फायदा
क्या है खबर?
रसोई गार्डन एक बेहतरीन तरीका है, जिससे आप ताजगी से भरी सब्जियां और जड़ी-बूटियां अपने खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
इनसे न केवल आपका खाना स्वादिष्ट बनेगा, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होगा।
इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी जड़ी-बूटियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आप आसानी से अपने रसोई गार्डन में उगा सकते हैं और उनका उपयोग रोजमर्रा की जिंदगी में कर सकते हैं।
#1
हरा धनिया
हरा धनिया एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जिसका उपयोग सलाद, चटनी और कई अन्य व्यंजनों में किया जाता है।
इसे उगाना काफी आसान है और यह जल्दी बढ़ती है। बस आपको इसकी बीज बोने होंगे और नियमित रूप से पानी देना होगा।
हरे धनिये में मौजूद विटामिन-A, विटामिन-C और अच्छे तत्व आपके सेहत के लिए लाभकारी होते हैं।
इसके सेवन से पाचन क्रिया भी सुधरती है और त्वचा की समस्याओं से राहत मिलती है।
#2
पुदीना
पुदीना एक ताजगी भरी जड़ी-बूटी है, जिसका उपयोग ठंडाई, शरबत, रायता आदि बनाने में किया जाता है।
इसे उगाना भी आसान है, लेकिन यह धूप और पानी दोनों ही चाहिए होते हैं।
पुदीने में मौजूद अच्छे तत्व और सूजन कम करने वाले गुण आपके सेहत के लिए लाभकारी होते हैं।
इसके सेवन से पेट की समस्याओं से राहत मिलती है और त्वचा की समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा पुदीने की खुशबू मन को शांति प्रदान करती है।
#3
करी पत्ता
करी पत्ता भारतीय खाने में अहम भूमिका निभाता है। इसे तड़का लगाने या सब्जियों में डालने से खाने का स्वाद बढ़ जाता है।
करी पत्ता विटामिन-B कॉम्प्लेक्स, विटामिन-C, आयरन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
इसके सेवन से पाचन क्रिया सुधरती है और बालों की समस्याओं जैसे सफेद बालों आदि से राहत मिलती है।
इसे उगाना आसान होता है, लेकिन नियमित रूप से इसकी देखभाल करनी पड़ती है।
#4
तुलसी
तुलसी को 'पवित्र तुलसी' या 'संतुलसी' भी कहा जाता है। इसका धार्मिक महत्व भी बहुत ज्यादा होता है। इसे पूजा-पाठ में इस्तेमाल किया जाता है।
इसके अलावा आयुर्वेदिक औषधियों में भी इसका प्रयोग होता है। तुलसी में अच्छे तत्व और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं।
इसके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और शारीरिक समस्याओं जैसे खांसी-जुकाम आदि से राहत मिलती है। इसे उगाना भी आसान होता है।
#5
अजवाइन
अजवाइन एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जिसका उपयोग रसोई में मसाले के रूप में किया जाता है।
इसके अलावा आयुर्वेदिक औषधियों में भी इसका प्रयोग होता है।
इसमें थाइमोल नामक तत्व मौजूद होता है, जो पाचन क्रिया को सुधारता है। इसके अलावा इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स, सूजन कम करने वाले गुण होते हैं।
इसे उगाना आसान होता है, लेकिन नियमित रूप से इसकी देखभाल करनी पड़ती है।