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डॉल्फिन से जुड़े ऐसे रोचक तथ्य, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे

डॉल्फिन से जुड़े ऐसे रोचक तथ्य, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे

लेखन अंजली
Oct 21, 2020
06:45 am

क्या है खबर?

दुनिया में कई ऐसे जीव हैं, जिनके पास प्राकृतिक तौर पर अद्भुत प्रतिभा होती है और उनकी मदद से ही वे अपना जीवन आसानी से व्यतीत कर पाते हैं। इनमें से ही एक है डॉल्फिन, जो एक तरह की मछली नहीं बल्कि एक जलीय स्तनधारी जीव है, जिसे समुद्री जीवों में सबसे अधिक बुद्धिमान और मित्रतावादी माना जाता है। आइए डॉल्फिन से जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्यों के बारे में जानते हैं, जिनके बारे में शायद ही आपको पता हो।

#1

दुनियाभर में डॉल्फिन की पाई जाती हैं लगभग 44 प्रजातियां

दुनियाभर में डॉल्फिन की लगभग 44 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से अधिकतर समुद्र में और कुछ नदियों आदि में पाई जाती हैं। नदियों में रहने वाली डॉल्फिन प्रजातियों की बात करें तो वो ज्यादातर भारत, पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश की नदियों में अबतक देखी गई हैं। लेकिन अफसोस की बात तो यह है कि अब नदियों में पाई जाने वाली डॉल्फिन की प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं।

#2

खाने के लिए दांतों का इस्तेमाल नहीं करती हैं डॉल्फिन

डॉल्फिन की बहुत की प्रजातियों के लगभग 100 दांत होते हैं, लेकिन फिर भी वे उन दांतों का इस्तेमाल खाना चबाने के लिए नहीं करती हैं बल्कि अपने शिकार यानी छोटी मछलियों को दबोचकर निगलने के लिए ही करती हैं। इसके अलावा डॉल्फिन की सबसे बड़ी खासियत है कि वो कंपन वाली आवाज निकाल सकती हैं, जो किसी भी चीज के साथ टकराकर वापिस डॉल्फिन के पास आ जाती है। इससे डॉल्फिन को अपने शिकार भी पता चल जाता है।

#3

डॉल्फिन हर समय रहती हैं सचेत

डॉल्फिन अपनी एक आंख खोलकर सोती हैं, जिससे वह नींद में भी सचेत रहकर खुद को शार्क जैसे शिकारी जीवों से बचा पाती है। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि सांस लेने के लिए भी डॉल्फिन को सचेत रहना पड़ता है, जिसका मतलब है कि वो पूरी तरह से सो नहीं सकती हैं। डॉल्फिन अपने दिमाग के आधे हिस्से को एक बार में सोने देती हैं ताकि उनका आधा हिस्सा हमेशा जागता रहें।

#4

इन विशेषताओं से भी पूर्ण हैं डॉल्फिन

डॉल्फिन की अन्य खासियत की बात करें तो वो अपनी आवाज और सीटियों के द्वारा दूसरी डॉल्फिन के साथ बात करती हैं। इसके अलावा, डॉल्फिन लगभग 20 मिनट तक पानी के अंदर रह पाती हैं और उनको सांस लेने के लिए पानी से ऊपर आना पड़ता है। साथ ही डॉल्फिन की सुंघने की क्षमता मनुष्यों से 10 गुना अधिक होती है, लेकिन उनको गंध और सुगंध के बीच का अतर समझ नहीं आता है।