आपकी उदासी को दूर करके आपको खुश कर सकते हैं ये 5 खाद्य पदार्थ
सर्दी की रात में गर्मा-गर्म सूप या गर्मी के दिनों में ठंडे पेय आपका पेट भरने के अलावा आपको खुश कर सकते हैं। खान-पान पोषण लाभ प्रदान करने के साथ-साथ आपके मस्तिष्क और शरीर में मौजूद खुशी वाले हार्मोन को भी बढ़ा सकता है। ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं, जो सेरोटोनिन बढ़ाते हैं और उदासी को दूर कर सकते हैं। आप डाइट में इन 5 खाद्य पदार्थों को शामिल करके खुशी बढ़ा सकते हैं।
दालें
दाल जैसा रोजाना बनने वाला व्यंजन भी आपको खुश कर सकता है, क्योंकि यह ट्रिप्टोफैन का अच्छा स्रोत है। साथ ही यह आवश्यक प्रोटीन और पोषक तत्व भी प्रदान करती है। ट्रिप्टोफैन एक आवश्यक अमीनो एसिड है, जिसे मानव शरीर द्वारा उत्पादित नहीं किया जा सकता है और इसे भोजन से प्राप्त करना पड़ता है। फिलॉसॉफिकल ट्रांजेक्शन्स में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि ट्रिप्टोफैन शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ा सकता है।
डार्क चॉकलेट
आप डार्क चॉकलेट को ऐसे ही खा सकते है या इससे मीठे व्यंजन तैयार कर सकते हैं। इसमें ऐसे यौगिक होते हैं, जो मूड को अच्छा करते हैं और सेरोटोनिन के स्तर को भी बढ़ा सकते हैं। जर्नल ऑफ न्यूट्रिशनल बायोकैमिस्ट्री में प्रकाशित एक अध्ययन में यह भी कहा गया है कि 85% कोको वाली डार्क चॉकलेट में प्रीबायोटिक्स होते हैं। ये आंतों के बैक्टीरिया को प्रभावित कर सकते हैं और भावनात्मक स्थिति में सुधार कर सकते हैं।
पनीर
पनीर भारतीय खान-पान में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला डेयरी उत्पाद है, जिससे कई तरह की स्वादिष्ट सब्जियां व पकवान बनते हैं। इसमें प्रोटीन और ट्रिप्टोफैन अधिक मात्रा में मौजूद होता है। एडवांसेज इन न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि ट्रिप्टोफैन से भरपूर होने के कारण डेयरी प्रोटीन आपको बेहतर नींद दिलाने में मदद कर सकते हैं होते हैं। तनाव को मिटाने के लिए आप ये 5 खाद्य पदार्थ आहार में जोड़ सकते हैं।
दूध
दूध एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जो आपको खुश कर सकता है। दूध, छाछ और दही जैसे डेयरी उत्पादों में ट्रिप्टोफैन होता है। आप अपने मूड को बेहतर बनाने के लिए एक गिलास ठंडा या गर्म दूध पी सकते हैं या इससे बनी मिठाई खा सकते हैं। क्रिटिकल रिव्यूज इन फूड साइंस एंड न्यूट्रिशन में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि डेयरी उत्पादों को बीटा-कैसोमोर्फिन कहा जाता है और ये मस्तिष्क में सेरोटोनिन रिसेप्टर्स को प्रभावित कर सकते हैं।
मेवे
बादाम और अखरोट जैसे मेवे ट्रिप्टोफैन और स्वस्थ वसा से भरपूर होते हैं। इन्हें शाम के स्नैक्स के रूप में खाया जा सकता है या विभिन्न मिठाइयों और व्यंजनों में मिलाया जा सकता है। यूरोपियन जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, मेवों के सेवन को अवसाद से जोखिम को करीब 23 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। आप इन हर्बल चाय के सेवन से भी अवसाद और तनाव को दूर कर सकते हैं।