सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है प्रून का जूस, मिलते हैं ये प्रमुख लाभ
हमारे शरीर को कई तरह के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिन्हें हम अलग-अलग तरह के जूस के जरिए हासिल कर सकते हैं। इन्हीं पौष्टिक जूस में से एक है प्रून का जूस, जिसे सूखे हुए आलूबुखारे से बनाया जाता है। इससे बने जूस को कब्ज के इलाज के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है और यह हड्डियों को भी मजबूत बनाता है। डाइट में प्रून का जूस शामिल करके आपको ये 5 मुख्य लाभ मिलेंगे।
कब्ज से दिलाता है निजात
कब्ज की समस्या के इलाज के लिए बच्चों और बड़ों दोनों को प्रून का जूस पीना चाहिए। यह एक तरह का लैक्सेटिव होता है, जो पाचन क्रिया को सुधार सकता है। इस जूस के सेवन से मल त्याग में आसानी होती है और पेट में होने वाली ऐंठन से छुटकारा मिल जाता है। प्रून के जूस में सोर्बिटोल, पेक्टिन और पॉलीफेनोल नामक तत्व होते हैं, जिनकी मदद से पेट साफ हो जाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को करता है मजबूत
अगर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाना चाहते हैं तो आज ही खान-पान में प्रून का जूस शामिल करें। इसमें मौजूद विटामिन-C के कारण यह जूस प्रतिरक्षा प्रणाली को दुरुस्त करने में कामयाब हो पाता है। रोजाना यह जूस पीने से आप बीमारियों से लड़ सकेंगे और अपने शरीर को उनसे सुरक्षित भी रख सकेंगे। प्रून के जूस में पाए जाने वाला तांबा और पौधों के यौगिक भी स्वास्थ्य का समर्थन कर सकते हैं।
ब्लड प्रेशर को करता है कम
प्रून के जूस में पोटैशियम मौजूद होता है, जो शरीर के ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। एक अध्ययन में पाया गया था कि जो लोग रोज सुबह एक गिलास प्रून का जूस पीते हैं, उनमें पानी पीने वालों की तुलना में ब्लड प्रेशर का स्तर कम होता है। हालांकि, हृदय रोग या किडनी की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इस जूस का सेवन नहीं करना चाहिए।
हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक
प्रून का खट्टा-मीठा जूस हमारी हड्डियों को प्राकृतिक तरीके से मजबूत बना सकता है। इसमें बोरोन नामक यौगिक पाया जाता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस के इलाज में मदद कर सकता है। बता दें कि ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं या टूट जाती हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि यह जूस हड्डियों के घनत्व को बनाए रखता है। जानिए ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी के कारण, लक्षण और इलाज के तरीके।
कोलेस्ट्रॉल घटाने में कारगर
धमनियों में कोलेस्ट्रॉल के जमा होने से प्लाक बनता है, जो धमनियों की सिकुड़न का कारण बन सकता है। अगर सही समय पर इसका उपचार न किया जाए, तो यह स्थिति हार्ट फेलियर, स्ट्रोक और दिल के दौरे का कारण बन सकती है।ऐसे में आप कोलेस्ट्रॉल को जमा होने से रोकने के लिए प्रून का जूस पीएं। कई अध्ययनों से खुलासा हुआ है कि यह जूस बुरे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रभावी तरीके से कम कर सकता है।