बंगाल सरकार का फैसला, हनुमान जयंती पर कोलकाता समेत 3 शहरों में तैनात की जाएगी CRPF
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल सरकार ने गुरुवार को हनुमान जयंती के मौके पर सुरक्षा की दृष्टि से 3 शहरों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती करने का फैसला लिया है।
बतौर रिपोर्ट्स, कोलकाता, चंदननगर और बैरकपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की कंपनियों की तैनाती की जाएगी।
कलकत्ता हाई कोर्ट ने आज ही पश्चिम बंगाल सरकार को राज्य में कानून-व्यवस्था बनाने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की मदद लेने का निर्देश दिया था।
निर्देश
कलकत्ता हाई कोर्ट ने बंगाल सरकार से क्या कहा था?
कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल पुलिस को हनुमान जयंती समारोह आयोजित करने वाली सभी जगहों पर शांति और व्यवस्था बनाने के लिए मार्च करने के लिए कहा था।
हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनाम की अगुवाई वाली पीठ ने बंगाल सरकार को केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की सहायता लेने का निर्देश देते हुए कहा था कि हिंसा की आशंका होने पर स्थानीय पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
तंज
हाई कोर्ट के निर्देश के बाद सुवेंदु ने मुख्यमंत्री ममता पर कसा तंज
पश्चिम बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने हाई कोर्ट के निर्देश पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसा।
उन्होंने ट्वीट किया, 'माननीय कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार को हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान शांति बनाए रखने में पुलिस की सहायता के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती के लिए अनुरोध करने का निर्देश दिया है। ममता बनर्जी, यह आपकी मार्कशीट है और आपने कानून-व्यवस्था में 'F' (ग्रेड) स्कोर किया है।'
अपील
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की शांति की अपील
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हनुमान जयंती के मौके पर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
दो दिन पहले भी ममता ने हनुमान जयंती पर हिंसा होने की आशंका जताते हुए चिंता जाहिर की थी।
उन्होंने हुगली में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा था कि कुछ लोग अनुमति के बिना जानबूझकर शोभायात्रा निकाल रहे थे और अल्पसंख्यक क्षेत्रों में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।
आरोप
निर्दोष हिंदुओं को लक्ष्य बना रही पुलिस- बंगाल भाजपा अध्यक्ष
पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष डॉक्टर सुकांता मजूमदार ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि बंगाल पुलिस निर्दोष हिंदुओं को लक्ष्य बना रही है और असली अपराधियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
मजूमदार ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य में हुई हिंसा के मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी थी।
हिंसा
राम नवमी पर हावड़ा और हुगली में हुई थी हिंसा
राम नवमी के मौके पर हावड़ा में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 2 समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए थे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई और उपद्रवियों ने आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया था।
इसके बाद हुगली जिले में रविवार शाम को एक शोभायात्रा के दौरान फिर से हिंसा भड़क गई थी, जिसमें पत्थरबाजी के दौरान भाजपा के विधायक बिमन घोष समेत कई लोग घायल हुए थे।