वंदे भारत स्लीपर अगले 3 महीने में शुरू होगी; तस्वीरें सामने आईं, जानिए कितना होगा किराया
क्या है खबर?
देश में जल्द ही वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें पटरी पर दौड़ती दिखाई देंगी। केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज (1 सितंबर) को बेंगलुरु में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के पहले मॉडल का अनावरण किया।
उन्होंने कहा कि अगले 3 महीने में यात्री नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में सफर कर सकेंगे और इनका किराया भी किफायती होगा।
इस ट्रेन में सभी कोच स्लीपर के ही होंगे। बेंगलुरू स्थित BEML कारखाने में इन्हें तैयार किया जा रहा है।
वंदे भारत स्लीपर
कैसी होगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन?
वंदे भारत स्लीपर में 16 डिब्बे होंगे। इनमें से 11 वानातुकूलित 3 टियर, 4 वातानुकूलित 2 टियर और एक वातानुकूलित 1 टियर कोच होगा।
एक ट्रेन में 611 टियर 3, 188 टियर 2 और 24 टियर 1 की सीटें होंगी। ये ट्रेन अधिकतम 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ेंगी।राजधानी के मुकाबले इन ट्रेनों की औसत गति भी बेहतर होगी।
भारतीय रेलवे के अनुसार, वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को वैश्विक स्तर के मानकों के अनुरूप बनाया गया है।
खासियत
क्या होगी खासियत?
ट्रेन में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए कई खासियत शामिल की गई हैं।
आंतरिक साज-सज्जा के लिए GFRP पैनल, स्वचालित दरवाजे, USB चार्जिंग, रीडिंग लाइट, मॉड्यूलर कीचन, दिव्यांगजनों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय, कैमरे और डिस्प्ले जैसी कई सुविधाएं हैं।
यात्रियों के लिए गर्म पानी का शॉवर भी है। क्रैश बफर और कपलर लगाए गए हैं, जिससे यात्रियों को झटका नहीं लगेगा। शौचालय इस तरह से बनाए गए हैं कि गंध नहीं आएगी।
रेल मंत्री
रेल मंत्री बोले- ये मध्यमवर्ग के लिए
रेल मंत्री वैष्णव ने कहा, "बहुत सावधानी बरतते हुए, कई सारे सुरक्षा विशेषताओं के साथ, स्टाफ के लिए सुविधाओं को ध्यान रखते हुए वंदे चेयरकार, वंदे स्लीपर, वंदे मेट्रो और अमृत भारत जैसी 4 ट्रेनों का विकास किया गया है। यह मध्यम वर्ग की सवारी है, इसलिए इसका किराया किफायती होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "इस ट्रेन का राजधानी के जितना ही किराया होगा। अगले 2 महीने ट्रेन का परीक्षण होगा। डिजाइन में भी कई नवाचार किए गए हैं।"
बयान
ट्रेन में सुरक्षा इंतजामों के बारे में रेल मंत्री ने क्या बताया?
रेल मंत्री ने कहा कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को आधुनिक तकनीक, सुरक्षा के लिए कवच प्रणाली और लोको पायलट के लिए खास सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा, "ट्रेन को बनाते समय वजन संतुलन और स्थिरता का ध्यान रखा गया है। पहिये और पटरी के बीच के हिस्से खास तरीके से बनाए गए हैं। इससे ट्रेन के अंदर कंपन कम होगा और आवाज भी कम आएगी।"