राजकोट अग्निकांड: बिना NOC के चल रहा था गेमिंग जोन, बाहर निकलने का था एक दरवाजा
गुजरात के राजकोट में गेमिंग जोन में आग त्रासदी के मामले में नियमों का गंभीर उल्लंघन सामने आया है। अधिकारियों के अनुसार, यह गेमिंग जोन अनिवार्य प्रमाणपत्रों के बिना चल रहा था। इसके अलावा इससे बाहर निकलने के लिए महज एक दरवाजा था, जो हादसे के दौरान अवरुद्ध हो गया और अंदर फंसे लोग बाहर नहीं निकल पाए। इसे देखते हुए अब सभी जिलों में गेमिंग जोन का निरीक्षक किया जा रहा है और बिना प्रमाणपत्र वाले जोन बंद होंगे।
क्या है मामला?
राजकोट में शनिवार शाम लगभग 4 बजे एक TRP गेमिंग जोन में आग लगने से 35 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 12 बच्चे भी शामिल रहे। गर्मियों की छुट्टी और शनिवार को वीकेंड डिस्काउंट के तहत 99 रुपये की टिकट मिलने के कारण हादसे के समय गेमिंग जोन पूरा भरा हुआ था। अधिकारियों के अनुसार, पीड़ितों के शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान करना नामुमकिन है और DNA टेस्ट कराकर उनकी पहचान की जाएगी।
गेमिंग जोन के पास नहीं था आग से संबंधित NOC
NDTV के सूत्रों के अनुसार, गेमिंग जोन के पास संचालन के लिए अनिवार्य आग से संबंधित अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) नहीं था, जो राजकोट नगर निगम से जारी होता है। राजकोट की मेयर नयना पेधाडिया ने भी गेमिंग जोन के पास यह NOC न होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, "हम जांच करेंगे कि इतना बड़ा गेम जोन बिना आग NOC के कैसे चल रहा था और हम इसका नतीजा झेल रहे हैं। इस पर कोई राजनीति नहीं होने देंगे।"
गेमिंग जोन से बाहर निकलने का था महज एक दरवाजा
इसके अलावा गेमिंग जोन से बाहर निकलने का महज एक आपातकालीन दरवाजा था। अग्निशमन विभाग के अधिकारी इलेश खेर ने बताया कि दरवाजे के बाहर एक अस्थायी ढांचा गिरने से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया था। इस कारण घटना में ज्यादा लोगों की मौत हुई है क्योंकि वे बाहर नहीं निकल पाए। अधिकारियों ने बताया आग इतनी भीषण थी कि इसका धुआं कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता था।
गेमिंग जोन के मालिक को किया गया गिरफ्तार
इस अग्निकांड में पुलिस ने गेमिंग जोन के मालिक प्रकाश जैन और युवराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50,000-50,000 रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।