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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते जाएंगे ब्रिटेन, FTA पर करेंगे हस्ताक्षर; मालदीव का भी करेंगे दौरा
प्रधानमंत्री मोदी अगले हफ्ते ब्रिटेन और मालदीव के दौरे पर रहेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते जाएंगे ब्रिटेन, FTA पर करेंगे हस्ताक्षर; मालदीव का भी करेंगे दौरा

लेखन आबिद खान
Jul 19, 2025
12:13 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते 23 से 26 जुलाई तक ब्रिटेन और मालदीव के अहम दौरे पर जाएंगे। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य प्रमुख व्यापार समझौतों और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना है। वे 23-24 जुलाई को ब्रिटेन में रहेंगे, जहां ऐतिहासिक भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर करेंगे। दोनों देशों के बीच व्यापार के लिहाज से ये समझौता अहम है। प्रधानमंत्री 25-26 जुलाई को मालदीव में 60वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे।

दौरा

ब्रिटेन के साथ होगा ऐतिहासिक FTA

प्रधानमंत्री ब्रिटेन में ऐतिहासिक भारत-ब्रिटेन FTA पर हस्ताक्षर करेंगे। इस समझौते से ब्रिटेन को होने वाले 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर टैरिफ कम होने का असर पड़ेगा, जिससे भारत को व्हिस्की और कारों जैसे ब्रिटिश निर्यात में सुविधा होगी। FTA को लेकर दोनों देश बीते 3 सालों से चर्चा कर रहे थे। कई दौर की वार्ता के बाद इस पर सहमति बनी है, जिसकी आधिकारिक घोषणा पहले ही की जा चुकी है।

फायदा

FTA से क्या-क्या फायदा होगा?

आर्थिक थिंक टैंक GTRI के अनुसार, FTA से कई भारतीय निर्यातों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जिनमें वस्त्र, शर्ट, पतलून और ड्रेस जैसे परिधानों के साथ बिस्तर, जूते, कालीन, ऑटोमोबाइल, समुद्री उत्पाद, अंगूर और आम शामिल हैं। इन सभी को वर्तमान में ब्रिटेन के बाजार में कम से मध्यम आयात शुल्क का सामना करना पड़ता है। FTA के तहत मोटर वाहन आयात पर टैरिफ 100 फीसदी से घटकर 10 फीसदी रह जाएगा। इससे ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी फायदा होगा।

FTA

क्या होता है FTA?

FTA दो या दो से अधिक देशों के बीच एक समझौता है जिसमें वे वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार को प्रभावित करने वाले कुछ दायित्वों पर सहमत होते हैं। इसमें निवेशकों और बौद्धिक संपदा अधिकारों के लिए सुरक्षा भी शामिल हो सकती है। यह आयात शुल्क को कम करने या समाप्त करने और व्यापार को बढ़ावा देने की कोशिश करता है। बता दें कि भारत और ब्रिटेन के बीच FTA को लेकर जनवरी 2022 में बातचीत शुरू हुई थी।

मालदीव

मालदीव की यात्रा भी बेहद अहम

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री मोदी को 26 जुलाई को देश के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। राष्ट्रपति मुइज्जू के प्रशासन में यह उनकी पहली मालदीव यात्रा होगी। हाल ही में मालदीव की चीन से नजदीकी, मुइज्जू द्वारा चलाए गए 'इंडिया आउट' अभियान और सरकार के चीन-समर्थक रुख के कारण भारत-मालदीव संबंधों में तनाव आया है। ऐसे में तनाव के बीच यह यात्रा अहम मानी जा रही है।

तनाव

मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत-मालदीव संबंधों में तनाव

मुइज्जू चीन समर्थक माने जाते हैं और उनके राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत-मालदीव संबंधों में तनाव आया है। मुइज्जू ने चुनाव प्रचार में 'इंडिया आउट' का नारा दिया था। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने मालदीव से भारतीय सेना को हटा दिया था और सबसे पहले चीन की यात्रा की थी। उसके बाद उनके मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर भी विवादित टिप्पणियां की थी, जिस पर खूब विवाद हुआ था।