देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के चरण में पहुंचा ओमिक्रॉन वेरिएंट, मेट्रो शहरों में सबसे हावी- सरकार
भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के चरण में पहुंच गया है। कंसोर्टियम के अनुसार, ओमिक्रॉन कई मेट्रो शहरों में सबसे हावी वेरिएंट बन चुका है और यहां मामले बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं। INSACOG ने अपने बुलेटिन में ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.2 वंश के भारत में अच्छे-खासे अनुपात में पाए जाने की जानकारी भी दी है।
INSACOG ने अपने बयान में क्या कहा?
आज जारी किए गए अपने बुलेटिन में INSACOG ने कहा, "ओमिक्रॉन अब भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के चरण में है और कई मेट्रो शहरों में सबसे हावी वेरिएंट बन चुका है, जहां नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में अच्छे-खासे अनुपात में BA.2 वंश मौजूद है और इसलिए S जीन के ड्रॉपआउट पर आधारित स्क्रीनिंग (जीनोम सीक्वेंसिंग) से बड़ी संख्या में (टेस्ट्स के) गलत नेगेटिव आ सकते हैं।"
अब विदेशी यात्रियों से कम और घरेलू संक्रमण के जरिए होगा ओमिक्रॉन का प्रसार- INSACOG
INSACOG के अनुसार, अब भारत में ओमिक्रॉन का प्रसार आंतरिक प्रसार के जरिए होने की आशंका है, विदेशी यात्रियों के जरिए नहीं। उसने कहा कि बदलती परिस्थितियों के बीच जीनोम सर्विलांस के लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए सैंपलिंग और सीक्वेंसिंग की नई रणनीति बनाई जा रही है। कंसोर्टियम ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के सभी तरह के वेरिएंट्स से सुरक्षा प्रदान करने में वैक्सीनेशन और कोविड उपयुक्त व्यवहार प्रमुख हथियार हैं।
नया B.1.640.2 वेरिएंट चिंता का कारण नहीं- INSACOG
नए कोरोना B.1.640.2 वेरिएंट पर INSACOG ने कहा, "इस पर निगरानी रखी जा रही है और अभी इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ये तेजी से फैल रहा है। ये इम्युनिटी को चकमा दे सकता है, लेकिन ये 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' नहीं है।"
क्या होता है कम्युनिटी ट्रांसमिशन?
कम्युनिटी ट्रांसमिशन तब शुरू होता है, जब कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जाए, लेकिन यह पता न चले कि वह व्यक्ति संक्रमित कैसे हुआ। यानी जब उसके संक्रमण के स्त्रोत का पता नहीं चलेगा तो इसे कम्युनिटी ट्रांसमिशन माना जाएगा। अगर कोई ऐसा व्यक्ति संक्रमित पाया जाता है जो न तो कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से लौटा है और न ही किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है तो इसे कम्युनिटी ट्रांसमिशन का मामला माना जाएगा।
तीसरी लहर का सामना कर रहा है भारत
बता दें कि भारत अभी कोरोना की तीसरी लहर का सामना कर रहा है और इसका प्रमुख कारण ओमिक्रॉन को माना जा रहा है। यूं तो देश में आधिकारिक तौर पर अभी तक ओमिक्रॉन के 10,000 से अधिक मामले सामने आए हैं, लेकिन इनकी वास्तविक संख्या कई गुना अधिक हो सकती है। INSACOG के अनुसार, ओमिक्रॉन के ज्यादातर मामले गैर-लैक्षणिक रहे हैं, लेकिन अस्पताल और ICU में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ी है और खतरे का स्तर बदला नहीं है।
भारत में अब तक कोरोना के कुल कितने मामले?
भारत में अभी तक 3,92,37,264 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है। इनमें से 4,89,409 लोगों की मौत हुई है। बीते दिन देश में 3,33,533 नए मामले सामने आए और 525 मरीजों की मौत हुई। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 21,87,205 हो गई है। 74,66,420 मामलों और 1,42,071 मौतों के साथ महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। दिल्ली और मुंबई सबसे अधिक प्रभावित शहरों में शीर्ष पर हैं।