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पहली बार दिखी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए आने वाले विमान की झलक, जानिये खासियत

पहली बार दिखी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए आने वाले विमान की झलक, जानिये खासियत

Jun 06, 2020
12:26 pm

क्या है खबर?

भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के विदेश दौरों के लिए खरीदे जाने वाले बोइंग विमानों की पहली झलक सामने आ गई है। फोटोग्राफर एंडी एग्लोफ ने भारत के सबसे नए अति महत्वपूर्ण विमान बोइंग 777-300 ER की पहली फोटो ली है। फोटो में देखा जा सकता है कि यह विमान अब तक प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे विमानों से पूरी तरह अलग होगा। भारत अमेरिका कंपनी बोइंग से 1,200 करोड़ रुपये में ऐसे दो विमान खरीदेगा।

डिजाइन

विमान पर लिखा गया है इंडिया और भारत

बाहर से यह विमान पूरी तरह सफेद होगा, जिस पर तिरंगे को दर्शाती तीन पट्टियां बनी हुई हैं। विमान पर भारत और इंडिया लिखा गया है। वहीं इसकी टेल पर तिरंगा बनाया गया है। अभी तक प्रधानमंत्री के लिए बोइंग 747 को इस्तेमाल किया जाता है। इसकी बाहरी साज-सज्जा एयर इंडिया के विमानों जैसी है। प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के लिए इस विमान का प्रयोग किया जाता है। इसकी जगह अब जल्द ही नया विमान आ जाएगा।

विशेषता

सुरक्षा के लिए विमान में लगे अत्याधुनिक उपकरण

दोनों नए विमानों को राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें कई ऐसे फीचर हैं, जो अमेरिकी राष्ट्रपति के विमान में होते हैं। इसमें पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर काउंटरमेजर और मिसालइ वार्निंग सेंसर लगाया गया है। इसमें लगा प्रोटेक्शन सिस्टम दुश्मन की राडार फ्रीक्वैंसी को जाम कर देता है। साथ ही यह मिसाइल के गाइडेंस सिस्टम में गड़बड़ी कर उन्हें रास्ते से भटका सकने की क्षमता से लैस है।

विशेषता

900 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भर सकता है उड़ान

इस विमान में ट्विन GE90-115 लगे हैं। यह 900 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। विमान में लगे लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रारेड काउंटरमेजर (LAIRCM) और सेल्फ प्रोटेक्शन सुईट जैसे सिस्टम हवा के बीच किसी भी दुर्घटना के समय बचाव करने में सक्षम है। डल्लास में बने इस विमान में लगने वाले सैन्य साजो-सामान को देखते हुए अमेरिका के गृह विभाग से इसके लिए खास मंजूरी ली गई थी।

प्रयोग

इसी साल शुरू हो जाएगा विमानों का प्रयोग

बताया जा रहा है कि दोनों विमान जल्द ही भारत आ जाएंगे और इसी साल से इनका प्रयोग शुरू हो जाएगा। विमानों को तैयार करने के दौरान भारतीय वायुसेना के अधिकारी बोइंग के लगातार संपर्क में रहे थे। इस विमान पर मालिकाना हक वायुसेना का ही होगा और इसमें कई सैन्य साजो-सामान से लैस होगा। इन्हें उड़ाने के लिए वायुसेना के साथ-साथ एयर इंडिया के 40 पायलटों की टीम को प्रशिक्षण दिया गया है।

जानकारी

मेडिकल आपातकाल के लिए विमान में है अस्पताल की सुविधा

विमान में प्रधानमंत्री के लिए विशेष दफ्तर और मीटिंग रूम की व्यवस्था होगी। इसके अलावा इसमें संचार के लिए खास इंतजाम किया गया है। इसके एक हिस्से में किसी भी मेडिकल आपातकाल के लिए अस्पताल की पूरी सुविधा होगी।