
मध्य प्रदेश के नीमच में अनोखी पहल, जनसुनवाई के दौरान छात्र लिख रहे गरीबों की शिकायत
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश में नीमच जिले के जिलाधिकारी हिमांशु चंद्रा ने अनोखी पहल शुरू की है, जिसमें छात्रों और गरीबों दोनों को फायदा हो रहा है। दरअसल, जिले में जनसुनवाई के दौरान आने वाले शिकायतकर्ताओं का शिकायती पत्र स्कूल के छात्र लिख रहे हैं, जिससे गरीबों के कुछ पैसे बच रहे हैं और छात्रों को भी कुछ नया सीखने को मिल रहा है। प्रत्येक जनसुनवाई में 10 छात्रों को शिकायती पत्र लिखने के लिए बैठाया जाता है।
विचार
क्या मिल रहा है फायदा?
जिलाधिकारी चंद्रा ने जनसुनवाई के दौरान काफी शिकायतकर्ताओं को अपना आवेदन पत्र टाइप कराने के लिए 200 से 400 रुपये खर्च करते देखा था। कई लोग बेहद गरीब थे, जो टाइपिंग शुल्क की वजह से अपनी शिकायत तक नहीं कर पाते थे। ऐसे में उन्होंने स्कूल के छात्रों की मदद लेने की योजना बनाई। इससे छात्र सरकारी कामकाज सीखने के साथ शिकायत लिखना और समस्याओं को समझना सीख रहे हैं, जबकि गरीब और अनपढ़ शिकायतकर्ताओं के पैसे बच रहे हैं।
ट्विटर पोस्ट
कलेक्ट्रेट कार्यालय में मौजूद स्कूल के बच्चे
Neemuch, Madhya Pradesh: A unique initiative by Collector Himanshu Chandra is empowering students and aiding the poor. Since November 2024, students from government and private schools assist illiterate and needy citizens in writing applications during weekly public hearings.… pic.twitter.com/PKKyomzPBs
— IANS (@ians_india) July 22, 2025
जानकारी
पिछले साल शुरू की थी पहल
समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक, जिलाधिकारी चंद्रा ने पहल पिछले साल नवंबर में शुरू की थी, जिसका काफी अच्छा रिस्पांस मिला है। हर मंगलवार को होने वाले जनसुनवाई में शिकायती पत्र लिखने के लिए हर बार अलग-अलग स्कूलों के अलग-अलग छात्रों को बुलाया जाता है।