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ग्रामीणों के हमले के बाद कूनो में चीतों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी, दिशानिर्देश जारी
कूनो राष्ट्रीय उद्यान के चीतों की सुरक्षा को लेकर चिंताए बढ़ी (तस्वीर: एक्स/@arpit_verma13)

ग्रामीणों के हमले के बाद कूनो में चीतों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी, दिशानिर्देश जारी

लेखन गजेंद्र
Mar 27, 2025
01:09 pm

क्या है खबर?

मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बाहर से लाए गए चीतों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। दरअसल, पिछले दिनों वीरपुर तहसील के तेलियापुरा गांव में उद्यान से बाहर निकलकर मादा चीता और उसके 4 शावकों ने एक गाय का शिकार किया था। इसके बाद ग्रामीणों ने चीतों पर पत्थर और लाठियों से हमला कर दिया और उनको खदेड़ा। इस घटना के बाद ग्रामीणों के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।

दिशानिर्देश

प्रशासन और कूनो के अधिकारियों ने क्या जारी किया दिशानिर्देश

श्योपुर प्रशासन और कूनो उद्यान के अधिकारियों ने दिशानिर्देश जारी कर निवासियों को शांत रहने और चीतों को नुकसान न पहुंचाने को कहा है। दिशानिर्देश में भरोसा दिलाया गया है कि चीता इंसानों के लिए कोई खतरा नहीं है और कोई चीता दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें। दिशानिर्देश के मुताबिक, चीता किसी पशुधन को मारता है तो उसे मुआवजा मिलेगा, चीते को तेज आवाज से भगाएं, सुरक्षित निकास देने पर चीता मानव बस्तियों से चला जाता है।

जांच

3 दिन के लिए उद्यान से बाहर आए थे चीता और शावक

चीता उद्यान से 3 दिन के लिए बाहर थे, जिसमें मादा चीता ज्वाला और उसके 4 शावक शामिल थे। हालांकि, अब वे उद्यान वन क्षेत्र में आ गए हैं। यह पहली बार नहीं है, जब चीता और उनके शावक भटके हों, इससे पहले भी वे उत्तर प्रदेश और राजस्थान की सीमा तक पहुंच गए थे और मानव बस्तियों में पहुंचे थे। अभी 11 शावकों सहित 17 चीते कुनो के जंगल में और 9 चीते पार्क के भीतर बाड़ों में हैं।