
केरल: रैबीज का टीकाकरण लगने के बावजूद जानवरों के काटने से 3 बच्चों की मौत
क्या है खबर?
केरल में जानवरों के काटने से 3 बच्चों की मौत हो गई है और इसमें सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इन बच्चों को रैबीज का टीका लग चुका था।
टीकाकरण के बाद भी बच्चों की रैबीज से मौत के बाद राज्य में हड़कंप मच गया है और टीके की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने आश्वासन दिया है कि सरकारी अस्पतालों में गुणवत्ता परीक्षण के बाद ही टीकों का उपयोग होगा।
टीका
1 महीने में हुई है 3 बच्चों की मौत
पिछले महीने 9 अप्रैल को पथानामथिट्टा जिले की एक 12 वर्षीय लड़की की वैक्सीन लेने के बावजूद रैबीज से मौत हो गई।
इसके बाद 29 अप्रैल को 5 वर्षीय लड़की की वैक्सीन लगने के बाद रैबीज से मौत हो गई।
ताजा मामला सोमवार का है, जिसमें 7 वर्षीय निया फैजल की तिरुवनंतपुरम के एक अस्पताल में मौत हो गई। निया को वैक्सीन की 3 खुराक लगी थी।
इस साल 2 मई तक राज्य में 13 मौत रैबीज से हुई है।
जांच
केरल में 2022 में 56 प्रतिशत कुत्तों में मिला था रैबीज
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 2022 की एक रिपोर्ट की मानें तो केरल में पिछले 5 सालों में संक्रमित कुत्तों की संख्या दोगुनी हो गई है।
यहां कुत्तों के 300 नमूनों में 168 नमूने यानी 56 प्रतिशत रैबीज के लिए सकारात्मक पाए गए थे, जबकि 2016 में 32 प्रतिशत मामले सकारात्मक थे।
राज्य ने 2022 में 2 लाख से अधिक कुत्ते के काटने के मामले और 21 मौतें दर्ज की हैं।
मामले को लेकर विपक्ष हमलावर है।