हनी ट्रैप का शिकार होकर ISI को खुफिया जानकारी भेजने वाला सैनिक गिरफ्तार
राजस्थान पुलिस ने शुक्रवार को जासूसी के आरोप में भारतीय सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया है। सोमबीर नामक जवान जैसलमेर में सिपाही के पद पर तैनात थे। सोमबीर हनी ट्रैप का शिकार होकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को सेना से जुड़ी अहम जानकारियां दे रहे थे। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल राजस्थान पुलिस सोमबीर से पूछताछ कर रही है। हरियाणा के रहने वाले सोमबीर 2016 में सेना में भर्ती हुए थे।
हनी ट्रैप का शिकार हुए सोमबीर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की महिला जासूस ने अनिका चोपड़ा नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर सोमबीर से दोस्ती की। महिला जासूस ने खुद को जम्मू में तैनात आर्मी मेडिकल कॉर्प्स में तैनात अधिकारी के रूप में पेश किया। इसके बाद महिला जासूस ने सिपाही को अंतरंग मैसेज भेजकर लुभाने का प्रयास किया। उसने सिपाही से भारतीय सेना के टैंक, हथियार, सेना की तैनाती और अहम ठिकानों की जानकारी मांगी।
पाकिस्तान के कराची से चल रहा था अकाउंट
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि महिला जासूस का अकाउंट पाकिस्तान के कराची से ऑपरेट किया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि सिपाही और जासूस के बीच काफी अंतरंग बातें होती थीं। सिपाही ने जासूस के साथ गोपनीय सूचनाओं को साझा करने की बात कबूल कर ली है। पुलिस ने सिपाही का मोबाइल जब्त कर लिया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सिपाही ने क्या-क्या जानकारी सीमापार भेजी है।
गोपनीय सूचनाओं के बदले सिपाही को मिलते थे पैसे
पुलिस ने बताया कि सोमबीर को खुफिया जानकारी साझा करने की एवज में पैसे भी मिलते थे। कुछ महीने पहले किसी सूचना के बदले सोमबीर को Rs. 5,000 भेजे गए थे। यह पैसे उनके भाई के अकाउंट में भेजे गए थे।
पहले भी कई सैनिकों को निशाना बना चुकी है यह जासूस
अधिकारियों ने बताया कि यह जासूस पहले भी कई सैनिकों को अपना शिकार बनाने की कोशिश कर चुकी है। कुछ महीने पहले पुलिस को एक और युवक के मोबाइल से इस जासूस की फोटो मिली थी। इस युवक ने सेना की वर्दी में अपनी फोटो पोस्ट की थी, जिसके बाद महिला जासूस ने उससे संपर्क साधा। सेना अधिकारियों ने बताया कि सोमबीर को छोड़कर बाकी लोग इस जाल में नहीं फंसे।