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भारत-चीन संबंध सुधारने के लिए शी जिनपिंग ने लिखा था गुप्त पत्र, रिपोर्ट में बड़ा दावा
चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने भारत को गुप्त पत्र लिखा था

भारत-चीन संबंध सुधारने के लिए शी जिनपिंग ने लिखा था गुप्त पत्र, रिपोर्ट में बड़ा दावा

लेखन आबिद खान
Aug 28, 2025
02:24 pm

क्या है खबर?

बीते कुछ महीनों में भारत और चीन के संबंधों में काफी सुधार आया है। अब इसकी वजह सामने आई है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने संबंधों को बढ़ाने के लिए भारत को एक गुप्त पत्र लिखा था। ये पत्र मार्च में अमेरिकी टैरिफ से पैदा हुई अनिश्चितताओं के बीच लिखा गया था। चीनी राष्ट्रपति ने ये अपनी भारतीय समकक्ष द्रौपदी मुर्मू को लिखा था।

रिपोर्ट

प्रधानमंत्री मोदी को भी थी मामले की जानकारी

ब्लूमबर्ग ने एक भारतीय अधिकारी के हवाले से दावा किया है कि मार्च में ये पत्र भेजा गया था। इसमें द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की संभावनाओं पर विचार करने की बात कही गई थी। पत्र में उन सभी अमेरिकी समझौतों पर चिंता व्यक्त की गई थी, जो चीनी हितों को प्रभावित कर सकते थे। सूत्र ने बताया कि इसकी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दे दी गई थी।

भारत

भारत ने जून में शुरू किए प्रयास

अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा था कि भारत ने जून में चीन के साथ संबंध बेहतर करने के प्रयास किए थे। उस समय अमेरिका के साथ भारत की व्यापार वार्ता तनावपूर्ण हो रही थी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत-पाकिस्तान में युद्धविराम कराने का दावा कर रहे थे। इससे भारत नाराज था। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल चीन गए थे।

पत्र

अमेरिका की 2 बातों से नाराज भारत

रिपोर्ट के मुताबिक, जिनपिंग ने पत्र में एक शख्स का जिक्र किया था, जो पूरे समझौते में अहम भूमिका निभा सकता है। हालांकि, इस शख्स का नाम सामने नहीं आया है। ब्लूमबर्ग ने अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों के हवाले से बताया कि ट्रंप की 2 बातों से भारत भड़का हुआ था। पहली- उन्होंने भारत-पाकिस्तान में युद्धविराम को लेकर कई बार दावे किए। दूसरी- उन्होंने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी। इससे संबंध और खराब हो गए।

संबंध

कैसे सुधरे भारत-चीन संबंध?

भारत-चीन ने सीमा विवाद को सुलझाने और गश्त शुरू करने पर सहमति जताई है। हाल ही में चीन के विदेश मंत्री ने भारत दौरा किया था। इस दौरान दोनों देशों में सीधी उड़ानें और सीमा के जरिए व्यापार शुरू करने, दुर्लभ खनिजों की आपूर्ति और भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (WMCC) के तहत एक तकनीकी विशेषज्ञ समूह की स्थापना करने पर सहमति जताई थी।

यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी 7 साल बाद जाएंगे चीन

प्रधानमंत्री मोदी इस सप्ताह के आखिर में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने चीन जाएंगे। इस दौरान वे चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बहुप्रतीक्षित द्विपक्षीय बैठक भी कर सकते हैं। 31 अगस्त को दोनों नेताओं की मुलाकात हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी का ये 7 सालों में पहला चीन दौरा होगा। दोनों नेता आखिरी बार अक्टूबर, 2024 में रूस के कजान में हुई थी।