NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / लिंगभेद के कारण 85 प्रतिशत महिलाओं को नहीं मिली वेतन वृद्धि और पदोन्नति- लिंक्डइन सर्वे
    अगली खबर
    लिंगभेद के कारण 85 प्रतिशत महिलाओं को नहीं मिली वेतन वृद्धि और पदोन्नति- लिंक्डइन सर्वे

    लिंगभेद के कारण 85 प्रतिशत महिलाओं को नहीं मिली वेतन वृद्धि और पदोन्नति- लिंक्डइन सर्वे

    लेखन भारत शर्मा
    Mar 02, 2021
    07:29 pm

    क्या है खबर?

    दुनियाभर में आगामी 8 मार्च को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले महिला की स्थिति को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। भारत में आज भी महिलाओं के लिए समानता की राह बड़ी चुनौती बनी हुई है।

    ऑनलाइन पेशेवर नेटवर्क लिंक्डइन अपॉर्च्युनिटी इंडेक्स, 2021 की एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार भारत की 10 में से नौ यानी 89 प्रतिशत कामकाजी महिलाएं कोरोना महामारी की वजह से अधिक दबाव महसूस कर रहीं हैं।

    सर्वे

    बाजार अनुसंधान फर्म GKF ने किया था सर्वे

    लिंक्डइन ऑपर्चुनिटी इंडेक्स रिसर्च का संचालन बाजार अनुसंधान फर्म GKF ने किया था। इस सर्वे में 18 से 65 साल के महिला और पुरुषों को शामिल किया गया था।

    ऑनलाइन आधार पर किए गए सर्वे में ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, मलेशिया, फिलीपींस और सिंगापुर से एशिया प्रशांत क्षेत्र में 10,000 से अधिक महिला-पुरुषों ने हिस्सा लिया था।

    इसमें भारत से 2,285 लोग शामिल थे। जिसमें 1,223 पुरुष और 1,053 महिलाओं ने सवालों के जवाब दिए थे।

    खुलासा

    85 प्रतिशत महिलाओं को नहीं मिली वेतन वृद्धि और पदोन्नति

    सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 85 प्रतिशत महिला कर्मचारियों ने महिला होने के कारण वेतन वृद्धि, पदोन्नति सहित अन्य लाभ के मौके गंवा दिए। यह एशिया प्रशांत क्षेत्र के 60 प्रतिशत औसत से 15 प्रतिशत अधिक है।

    इसी तरह 22 प्रतिशत महिलाओं का कहना है कि उन्हें पुरुषों की तुलना वरियता नहीं दी जाती।

    इसी तरह कई कामकाजी महिलाओं को परिवार की देखभाल के लिए समय की कमी के कारण भेदभाव का सामना करना पड़ता है।

    बाधा

    लिंगभेद के कारण 50 प्रतिशत महिलाओं को नहीं मिले मौके

    सर्वे रिपोर्ट के अनुसार दो में एक यानी 50 प्रतिशत भारतीय महिलाओं को लगता है कि लिंगभेद की धारणा के कारण उन्हें अधिक अवसर नहीं दिए जाते हैं। तीन में से दो महिलाओं को लिंगभेद के कारण बेहतर मार्गदर्शन नहीं मिलता है।

    इसी तरह 10 में से सात कामकाजी महिलाओं को घरेलू जिम्मेदारियों के कारण कार्यस्थल भेदभाव का सामना करना पड़ा है।

    71 प्रतिशत महिलाओं को लगता है कि पारिवारिक जिम्मेदारियां उनके करियर में बाधा बनती हैं।

    महत्वपूर्ण

    आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है जेंडर

    सर्वे रिपोर्ट के अनुसार 63 प्रतिशत महिलाओं को लगता है कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए व्यक्ति का जेंडर महत्वपूर्ण होता है। इसके मुकाबले 54 प्रतिशत पुरुषों को ऐसा लगता है।

    भारत में लगभग 22 प्रतिशत महिलाओं को लगता है कि कंपनियां पुरुषों के प्रति 'अनुकूल पूर्वाग्रह' रखती है जो कि क्षेत्रीय औसत 16 प्रतिशत से काफी अधिक है।

    इसी तरह 66 प्रतिशत लोगों को लगता है कि उनके माता-पिता लिंगभेद की प्रवृत्ति से दूर हुए हैं।

    जानकारी

    37 प्रतिशत भारतीय महिलाओं को पुरुषों की तुलना में मिलता है कम वेतन

    भारत की 37 प्रतिशत महिलाओं को लगता है कि उन्हें कम अवसर मिलते हैं और उन्हें पुरुषों की तुलना में कम वेतन मिलता है। केवल 25 फीसदी पुरुष कम अवसरों से सहमत हैं, जबकि 21 फीसदी पुरुष कम वेतन वाले हिस्से से सहमत हैं।

    चुनौतियां

    वर्क फ्रॉम होम की वजह से कामकाजी माताओं की बढ़ी परेशानी

    सर्वे के अनुसार कोरोना महामारी की वजह से बच्चों की देखभाल को लेकर भी चुनौतियां सामने आई हैं। देश का कुल भरोसा बढ़ रहा है।

    इसी तरह घर से काम यानी वर्क फ्रॉम होम की वजह से कामकाजी माताओं की परेशानियों में भारी इजाफा हुआ है। अभी 10 में से 7 महिला (77 प्रतिशत) पूरे समय बच्चों की देखभाल कर रही हैं।

    वहीं, सिर्फ पांच में से एक यानी 17 प्रतिशत पुरुष ही पूरे समय बच्चों की देखभाल रहे हैं।

    बयान

    कामकाजी महिलाओं के लिए नौकरी की सुरक्षा महत्वपूर्ण- आनंद

    भारत में लिंक्डइन की निदेशक रूचि आनंद ने कहा कि भारत में कामकाजी महिलाओं के लिए नौकरी की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है।

    उन्होंने कहा कि लचीले शेड्यूल और सीखने के नए अवसर महत्वपूर्ण हैं जो संगठनों को अधिक महिला प्रतिभाओं को आकर्षित करने, काम पर रखने और बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

    उन्होंने कहा कि कंपनियों को अपने नियमों को फिर से तैयार करने तथा कार्यबल में महिला भागीदारी बढ़ाने के लिए कार्य करना होगा।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    लिंक्डइन

    ताज़ा खबरें

    महिंद्रा की SUV बिक्री में 21 फीसदी की बढ़ोतरी, जानिए कितनी बिकीं  महिंद्रा एंड महिंद्रा
    टाटा को पिछले महीने बिक्री में लगा झटका, जानिए सेल्स रिपोर्ट  टाटा मोटर्स
    #NewsBytesExplainer: RIC को क्यों जिंदा करना चाहता है रूस और भारत के लिए क्या हैं परेशानियां? रूस समाचार
    IPL 2025 में शानदार रहा प्रसिद्ध कृष्णा का प्रदर्शन? जानिए आंकड़े प्रसिद्ध कृष्णा

    भारत की खबरें

    सैनिकों की मौत स्वीकार करने के बाद चीन ने जारी किया गलवान हिंसा का वीडियो चीन समाचार
    भारत में सामने आ चुके हैं कोरोना वायरस के 7,000 से ज्यादा वेरिएंट- रिसर्च हैदराबाद
    कौन है पर्सिवियरेंस प्रोजेक्ट को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाने वाली भारतीय महिला? बेंगलुरु
    कोरोना: देश में बीते दिन मिले 14,264 नए मरीज, सक्रिय मामलों में लगातार चौथे दिन इजाफा महाराष्ट्र

    लिंक्डइन

    जानें क्या होती है 'फेसबुक थेरेपी' और कैसे इसके इस्तेमाल से बढ़ा सकते हैं अपना आत्मविश्वास ट्विटर
    कोरोना वायरस: प्रधानमंत्री मोदी ने बताया, कैसे बदली कामकाजी दुनिया और क्या है आगे का रास्ता भारत की खबरें
    इन टिप्स को अपनाकर बनाएं एक अच्छी लिंक्डइन प्रोफाइल, मिलेगी अच्छी नौकरी शिक्षा
    कोरोना वायरस के कारण बेरोजगार हुए लोगों को फ्री में नौकरियां दिला रही यह फोरम फेसबुक
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025