कोरोना वायरस: देश के एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को सबसे पहले मिलेगी वैक्सीन की खुराक
भारत में कोरोना वायरस वैक्सीन उपलब्ध होने पर सबसे पहले इनकी खुराक एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी। इन स्वास्थ्यकर्मियों की पहचान का काम पूरा हो चुका है और अगले साल की शुरुआत में वैक्सीन उपलब्ध होते ही इन्हें खुराक देना शुरू कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक से पहले यह जानकारी सामने आई है। इस बैठक में वैक्सीन वितरण को लेकर चर्चा की जाएगी। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
अंतिम चरण में है स्वास्थ्यकर्मियों का डाटाबेस तैयार करने का काम
इंडियन एक्सप्रेस ने वैक्सीन प्रबंधन के लिए बनाए गए विशेषज्ञ समूह में शामिल एक सूत्र के हवाले से बताया है कि खुराक लेने वाले स्वास्थ्यकर्मियों का डाटाबेस तैयार करने का काम अंतिम चरण में है। सूत्र ने बताया कि 92 प्रतिशत सरकारी अस्पतालों और लगभग 56 प्रतिशत निजी अस्पतालों ने स्वास्थ्यकर्मियों का डाटा जमा करवा दिया है। डाटाबेस तैयार करने का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। अग्रिम मोर्चे पर तैनात सभी स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या लगभग एक करोड़ होगी।
जुलाई तक भारत को मिलेगी 40-50 करोड़ खुराक
उम्मीद की जा रही है कि अगले साल जुलाई तक केंद्र सरकार को वैक्सीन की 40-50 करोड़ खुराक मिल जाएगी, जो 20-25 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने में पर्याप्त होंगी। वितरण के क्रम के बारे में बताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पिछले महीने कहा था कि सबसे पहले अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। काम के दौरान इन लोगों के संक्रमित होने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है।
राज्यों ने श्रेणीवार भेजी सूची
सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकारों ने केंद्र को अलग-अलग श्रेणियों के तहत स्वास्थ्यकर्मियों की सूची भेजी है। इनमें एलोपैथिक डॉक्टर, आयुष डॉक्टर, अस्पतालों में तैनात नर्सें, आशा कार्यकर्ता और ANM आदि शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की खुराक दिए जाने में कोई प्राथमिकता तय नहीं की गई है। सभी को एक साथ वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीनेशन अभियान में मेडिसिन और नर्सिंग के छात्रों और अध्यापकों को भी शामिल किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी को दी जा रही है तैयारियों की जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी भी वैक्सीन वितरण को लेकर हो रही तैयारियों पर नजर रख रहे हैं। बीते एक सप्ताह से उन्हें इन तैयारियों को लेकर जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा वैक्सीनेशन के लिए ट्रायल भी आयोजित किए जा रहे हैं।
भारत में ट्रायल के दौर में हैं पांच संभावित वैक्सीन
भारत में फिलहाल पांच संभावित वैक्सीन ट्रायल के आखिरी चरणों में पहुंच चुकी हैं। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की संभावित वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए एनरोलमेंट की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। वहीं भारत बायोटेक ने तीसरा चरण शुरू किया है। जाइडस कैडिला ने दूसरा चरण पूरा कर लिया है। इनके अलावा रूस की स्पूतनिक-V का 2-3 चरण का ट्रायल शुरू हुआ है और बायोलॉजिकल E 1-2 चरण के ट्रायल कर रही है।
भारत में महामारी की क्या स्थिति?
वैक्सीन के लंबे होते इंतजार के बीच देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। भारत में बीते दिन कोरोना के 37,975 नए मामले सामने आए और 480 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 91,77,840 हो गई है। इनमें से 1,34,218 लोगों की मौत हुई है, 4,38,667 सक्रिय मामले हैं और 86,04,955 लोग महामारी को हराकर ठीक हो चुके हैं।