महेश बाबू के पिता को हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में कराया गया भर्ती
क्या है खबर?
साउथ अभिनेता महेश बाबू के पिता और तेलुगु सुपरस्टार कृष्णा को हार्ट अटैक आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।
तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें बेहोशी की हालत में रविवार की देर रात को हैदराबाद के कॉन्टिनेंटल अस्पताल में ले जाया गया।
खबरों की मानें तो CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देकर उनकी जान बचाई गई। यह ऐसी तकनीक है, जिससे दिल के मरीजों का जान बचाई जाती है।
अभी गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में कृष्णा का इलाज चल रहा है।
वेंटिलेटर सपोर्ट
वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं महेश के पिता
अस्पताल के प्रबंध निदेशक गुरु एन रेड्डी ने कृष्णा के स्वास्थ्य को लेकर जानकारी दी है।
उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कहते हुए दिखे, "कार्डियोलॉजिस्ट्स ने उन्हें तुरंत CPR दिया और 20 मिनट में उन्हें कार्डियक अरेस्ट से बाहर लाया गया।"
इससे पहले खबरें आई थीं कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया।
फिलहाल उन्हें ICU में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।
इलाज
इलाज की दृष्टि से अगले 24 घंटे होंगे महत्वपूर्ण
महेश अस्पताल पहुंच चुके हैं और अभी अपने पिता के साथ हैं। रविवार की देर रात को करीब 1 बजे उन्हें बेहोशी का हालत में अस्पताल लाया गया था।
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में कृष्णा की तबीयत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों का मानना है कि इलाज की दृष्टि से अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण होंगे।
हृदय रोग विशेषज्ञों और डॉक्टरों की एक टीम उनकी स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है।
निधन
पिछले महीने ही हुआ था महेश की मां का निधन
पिछले महीने कृष्णा की पहली पत्नी और महेश बाबू की मां इंदिरा देवी का निधन हो गया था। वह एक लंबी बीमारी से पीड़ित थीं।
उनका इलाज भी हैदराबाद के अस्पताल में चल रहा था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मां के निधन के बाद हाल ही में महेश ने उनका अंतिम संस्कार किया। अभिनेता ने अपनी मां की अस्थियों को हरिद्वार में बहाया था।
फैंस तो यही दुआ करेंगे कि महेश के पिता जल्द ठीक हो जाएं।
करियर
तेलुगु सुपरस्टार कृष्णा ने 300 से अधिक फिल्मों में किया काम
79 वर्षीय कृष्णा ने अपने तीन दशक के लंबे करियर में कई मील के पत्थर हासिल किए हैं। उन्होंने अब तक 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है।
उन्हें तेलुगु सिनेमा का सुपरस्टार माना जाता है। उन्हें आखिरी बार पर्दे पर 2016 की तेलुगु फिल्म 'श्री श्री' में देखा गया था।
भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है। यह सम्मान उन्हें 2009 में मिला था।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
'भारत एने नेनु' और 'महर्षि' जैसी फिल्मों ने महेश को शोहरत दिलाई। उन्होंने सिनेमा में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट कदम रखा था। उनकी पहली फिल्म 'पोरातम' 1983 में रिलीज हुई थी। उन्हें 1999 में रिलीज हुई तेलुगु फिल्म 'राजा कुमारुदु' से खास पहचान मिली थी।