हैदराबाद: राहुल गांधी पर विवादित टिप्पणी को लेकर हेमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ मामला दर्ज
क्या है खबर?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर विवादित टिप्पणी को लेकर असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ हैदराबाद में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 504 और 505(2) के तहत FIR दर्ज की है।
इससे पहले तेलंगाना कांग्रेस ने सरमा के बयान पर आपत्ति जताते हुए अपने कार्यकर्ताओं से राज्य के सभी थानों में असम के मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत देने को कहा था।
आइये पूरी खबर जानते हैं।
विवादित बयान
सरमा ने क्या कहा था?
उत्तराखंड में रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा था, "राहुल गांधी 2016 में बिपिन रावत के नेतृत्व वाली सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत चाहते थे। आपको सेना से सबूत मांगने का अधिकार किसने दिया?"
उन्होंने कहा, "हमारे सैनिकों ने कहा कि पाकिस्तान में हमला किया है तो यह अंतिम है। क्या आपको बिपिन रावत या सैनिकों पर विश्वास नहीं? क्या हमने कभी पूछा है कि आप राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं? तो सैनिकों का अपमान मत करो।"
प्रतिक्रिया
यह कांग्रेस नहीं, मातृत्व का अपमान- रेड्डी
तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी ने सरमा के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी गांधी परिवार या कांग्रेस के खिलाफ नहीं है बल्कि यह मातृत्व का अपमान है। कांग्रेस के कार्यकर्ता राज्य के सभी 709 थानों में उनके खिलाफ शिकायत करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा को सरमा के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें तुरंत पद से हटा देना चाहिए।
जानकारी
चंद्रशेखर राव ने भी की सरमा को हटाने की मांग
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा से सरमा को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि यह बयान सुनने के बाद उनका सिर शर्म से झुक गया और आंखों में आंसू गए थे। यह देश के लिए अच्छा नहीं है।
राव ने कहा कि उनका राहुल गांधी और उनकी पार्टी के साथ कोई रिश्ता नहीं है, लेकिन असम के मुख्यमंत्री को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
न्यूजबाइट्स प्लस
2016 में भारतीय सेना ने की थी सर्जिकल स्ट्राइक
साल 2016 में आतंकियों ने उरी में भारतीय सेना के कैंप पर हमला घातक हमला किया था। जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे।
इसके बाद भारतीय सेना ने सीमा पार जाकर पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसमें सेना ने पाकिस्तान में घुसकर वहां संचालित आतंकी शिविरों को तबाह किया था।
सेना की इस कामयाबी के बाद कई विपक्षी दलों के नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े हुए सबूत मांगे थे।