NCERT पाठ्यक्रम के अनुसार अब शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग
राज्य निरंतर शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कई प्रयास कर रही है। इसी बीच माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा कार्यशाला मंथन में माध्यमिक शिक्षा में सुधार करने के लिए कई नए प्रयोग भी किए गए हैं। बता दें कि ये मंथन 08 नंवबर, 2019 को आयोजित किया गया था। कार्यशाला में सभी विभागीय अधिकारियों को दस अलग-अलग ग्रुप्स में बांटा गया था। कार्यशाला में डिप्टी CM डॉ दिनेश शर्मा भी शामिल थे। आइए जानें क्या है पूरी खबर।
शिक्षकों को दी जाएगी NCERT पाठ्यक्रम की ट्रेनिंग
मंथन में डिप्टी CM ने राज्य के माध्यमिक विद्यालयों के अध्यापकों को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) पाठ्यक्रम के अनुसार ट्रेनिंग दिलाने का निक्देश दिया है। उनका कहना है कि NCERT पाठ्यक्रम लागू किए जाने के बाद शिक्षकों के लिए ये ट्रेनिंग बहुत जरुरी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये मंथन माध्यमिक शिक्षा विभाग की की प्राथमिकताओं के नियोजन के लिए किया गया था।
क्या-क्या हुआ था मंथन में?
मंथन के मार्गदर्शक एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. अरविन्द मोहन ने 10 अलग-अलग ग्रुप्स को 20-20 मिनट का समय दिया था। इन ग्रुप्स ने माध्यमिक शिक्षा के विकास, विभागीय प्राथमिकताओं, समय-सीमा, लक्ष्यों की पहचान, आने वाली कठिनाइयों आदि के बारे में लॉंग टर्म और शॉर्ट टर्म सुझाव दिए थे। इसके साथ ही सभी ग्रुप्स ने अपने-अपने जिलों में अपनाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया था।
माध्यमिक शिक्षा की गुणवत्ता पर भी हुई चर्चा
दिनेश शर्मा ने माध्यमिक शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए सभी समुहों के साथ चर्चा की है। मंथन में शिक्षकों की कमी की समस्या, परीक्षा से पहले छात्रों के द्वारा समय और तनाव मैनेजमेंट के उपाय और स्कूलों के विकास के लिए भी चर्चा की गई थी। इसके साथ ही दिनेश शर्मा ने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों के बारे में भी बात की थी।