
पश्चिम बंगाल पर शोर के बीच उत्तर प्रदेश में हफ्ते में तीन भाजपा नेताओं की हत्या
क्या है खबर?
एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में अपने कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हत्या का दावा करते हुए तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर हमलावर है, वहीं खुद उसके शासन में आने वाले उत्तर प्रदेश में एक हफ्ते के अंदर उसके तीन नेताओं की हत्या हो चुकी है।
ताजा मामले में शनिवार को दो बाइक सवारों ने सहारनपुर में भाजपा नेता धारा सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी।
धारा की हत्या क्यों की गई, पुलिस इसका पता लगा रही है।
घटनाक्रम
घर से काम के लिए निकले थे भाजपा नेता
भाजपा पार्षद 47 वर्षीय धारा सिंह एक स्थानीय चीनी मिल में क्षेत्र प्रभारी के तौर पर काम करते थे।
शनिवार को वह देवबंद में अपने घर से काम पर जा रहे थे, तभी एक रेलवे क्रॉसिंग के पास दो बाइक सवारों ने उन्हें रोक कर गोली बरसाना शुरू कर दिया।
उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
उनके शव को जांच के लिए भेजा गया है और पुलिस हत्या के मकसद के बारे में पता लगा रही है।
जांच
परिजनों से बात कर हत्या का मकसद पता लगाने की कोशिश कर रही पुलिस
सहारनपुर SSP दिनेश कुमार ने घटना की जानकारी देते हुए बताया, "अज्ञात हमलावरों ने रणखंडी रेलवे क्रॉसिंग के पास धारा सिंह पर गोली बरसाईं। गंभीर रूप से घायल सिंह को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।"
उन्होंने बताया कि पुलिस मृतक के परिजनों से बात करके हत्या के पीछ संभावित मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
अन्य मामले
इससे पहले हुई थी दो भाजपा नेताओं की गोली मारकर हत्या
बता दें कि इससे पहले 8 अक्टूबर को देवबंद में ही भाजपा नेता चौधरी यशपाल सिंह की इसी अंदाज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इसके दो दिन बाद बस्ती में भाजपा के एक और नेता कबीर तिवारी की गोली मार हत्या कर दी गई।
तिवारी एक छात्र नेता भी रह चुके थे, इसलिए उनकी हत्या के बाद छात्र समूहों ने हंगामा खड़ा करते हुए सरकारी वाहनों को जला दिया था।
जानकारी
तिवारी की हत्या के मामले में बस्ती SP पर गिरी थी गाज
तिवारी की हत्या के मामले में बस्ती SP पंकज कुमार का तबादला कर दिया गया था और उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। कुमार पर मामले में लापरवाही बरतने और गैर जिम्मेदाराना तरीके से कार्य करने का आरोप है।
बंगाल राजनीति
बंगाल में अपने आठ कार्यकर्ताओं की हत्या का दावा कर रही है भाजपा
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के तीन नेताओं की हत्या उसी समय पर हुई है जब पश्चिम बंगाल में "अपने कार्यकर्ताओं" की हत्या को लेकर भाजपा राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर है।
भाजपा ने एक हफ्ते के अंदर अपने आठ कार्यकर्ताओं की हत्या का दावा किया है।
इनमें मुर्शिदाबाद हत्याकांड भी शामिल है जहां एक शिक्षक बंधु प्रकाश पाल, उसकी गर्भवती पत्नी और छह वर्षीय बेटे की चाकुओं से गोदकर नृशंस हत्या कर दी गई थी।
जानकारी
पाल का परिवार बोला, भाजपा से नहीं था कोई संबंध
भाजपा ने पाल को अपना कार्यकर्ता बताते हुए उनकी राजनीतिक हत्या का दावा किया था। लेकिन पाल के परिवार के सदस्यों ने अपने बयानों में कहा है कि उसका भाजपा या RSS से कोई संबंध नहीं था और मामले का राजनीतिकरण बंद होना चाहिए।