छात्रों को जरूर पढ़नी चाहिए आजादी के अनकहे किस्सों को बताने वाली ये किताबें
क्या है खबर?
आज पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है।
वीर सैनानियों के बलिदान की याद में कई कार्यक्रमों के आयोजन किए जा रहे हैं, लेकिन केवल इन आयोजनों में भाग लेना काफी नहीं है।
स्वतंत्रता के लिए भारत को किन कठिनाईयों और संघर्षों का सामना करना पड़ा, इसके बारे में भी जानना भी जरूरी है।
आइए जानते हैं स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित महत्वपूर्ण किताबों के बारे में, जिन्हें हर छात्र को पढ़ना चाहिए।
#1
स्वतंत्रता के लिए भारत का संघर्ष
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के हर पहलु को संजोने वाली इस किताब को बिपिन चंद्र ने लिखा है।
इस किताब में किसी एक क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे देश की आजादी के वृतांतों का उल्लेख किया गया है।
ये किताब प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी सबसे सटीक मानी जाती है।
इस किताब को कानूनी स्त्रोतों के अध्ययन के बाद लिखा गया है।
इसमें भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रत्येक घटना का विस्तृत चित्रण किया गया है।
#2
जलियांवाला बाग 1919: द रियल स्टोरी
इस किताब को किश्वर देसाई ने लिखा है। ये किताब जलियांवाला बाग में हुए क्रूर नरसंहार की वास्तविक कहानी पर आधारित है।
ये नरसंहार स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड कैसे बन गया, अमृतसर पर मार्शल लॉ क्यों लगाया गया था, पंजाब के लोगों को कैसी यातनाएं झेलनी पड़ीं जैसे कई सवालों के जबाव इस किताब में है।
ये किताब नरसंहार के बाद पंजाब के हालात और ब्रिटिश शासन के रवैये के बारे में बताती है।
#3
भारत विभाजन की अंत कथा
इस किताब को प्रियंवद ने लिखा है। ये किताब भारत के विभाजन को पूरी दास्तां को बयां करती है।
आखिर देश का बंटवारा क्यों हुआ, ब्रिटेन की नीतियां क्या था, मुस्लिम लीग की नीति क्या था, गांधी की अहिंसा का प्रभाव, आजादी के समय देश का शीर्षस्थ नेतृत्व कौन था जैसे तमाम सवालों के जबाव आपको इस किताब में मिलेंगे।
ये किताब आपको उस भारत में ले जाएगी जो ब्रिटिश शासन के अधीन था।
#4
ट्रेन टू पाकिस्तान
भारत का विभाजन भारतीय इतिहास में सबसे भयावह समय में से एक है।
इसी पर आधारित है ये उपन्यास, जिसे प्रसिद्ध लेखक खुशवंत सिंह ने लिखा है।
इस उपन्यास में एक मनो माजरा नामक गांव के बारे में बताया गया है जो अचानक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा का हिस्सा बन जाता है।
यहां पर बुरी तरह हिंसा और दंगे होते हैं। अगर आप भारत के अतीत के बारे में जानना चाहते हैं तो ये किताब जरूर पढ़ें।
#5
द डिस्कवरी ऑफ इंडिया
इस किताब को स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लिखा था।
ये किताब उन्होंने तब लिखी जब वे अहमदनगर किले की जेल में बंद थे।
इस किताब में नेहरू ने देश की संस्कृति, प्राचीन काल, ब्रिटिश राज के दौरान भारत की स्थिति का वर्णन किया है।
भारत के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने भी इंडिया डिवाइडेड नाम की किताब लिखी थी।
ये किताब हिंदु-मुस्लिम संघर्ष और विभाजन के मूल कारणों पर प्रकाश डालती है।
जानकारी
ये किताब भी पढ़ सकते हैं
इसके अलावा आप आंचल मल्होत्रा की रिमेंट्स ऑफ सेपरेशन, विलियम की द लास्ट मुगल, सुरेश पटवा की गुलामी की कहानी और डोमिनीक लापिएर और लैरी कॉलिन्स की विश्वप्रसिद्ध पुस्तक 'फ्रीडम एट मिडनाइट' का हिंदी अनुवाद आजादी आधी रात नामक किताब पढ़ सकते हैं।