DU में प्रवेश लेने के बाद माहौल में ढलने के लिए अपनाएं ये टिप्स, मिलेगी मदद
हर साल लाखों की संख्या में छात्र दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में प्रवेश लेते हैं। DU में प्रवेश लेना छात्रों के लिए एक सपने जैसा होता है। कई लोगों का मानना होता है कि DU का कल्चर काफी अलग होता है और हर एक छात्र उस कल्चर में एडजस्ट नहीं कर पाता है। इसलिए हम आपको आज के इस लेख में कुछ ऐसी टिप्स बताने वाले हैं, जिनसे DU में प्रवेश लेने के बाद आपको काफी मदद मिलेगी। आइए जानें।
आत्मविश्वास बनाएं रखें
DU के कल्चर/माहौल को देखकर आपके मन में कई सावल आएंगे। आपको खुशी होने के साथ-साथ डर भी होगा, लेकिन एक बात हमेशा याद रखें कि इस डर के सामने अपने आत्मविश्वास को कम न होने दें। DU में कई बड़े घर और शहर के बच्चे प्रवेश लेते हैं। अगर आप छोटे शहर से होते हैं, तो उनके पहनावे-उडावे/रहने के तरीकों को देखर सोचेंगे कि कैसे एडजस्ट करेंगे और कॉन्फिडेंस खो देंगे। ऐसा न सोचें और कॉन्फिडेंट रहें।
अपने प्रोफेस्सोर्स के साथ संपर्क में रहें
सबसे पहले अपने प्रोफेसरों से संपर्क बनाएं। वे वही हैं, जो आपको पाठ्यक्रम की समस्याओं, करियर भ्रम आदि चीजों में मदद करेंगे। प्रोफेसर आपके कॉलेज जीवन के सबसे महत्वपूर्ण लोग होते हैं। वे सिर्फ आपके अकादमिक संघर्ष को सुलझाने में आपकी मदद नहीं करते हैं, बल्कि आप उनमें एक दोस्त भी ढूंढ सकते हैं। आप उनसे आंतरिक और असाइनमेंट जमा करने की तारीख को स्थगित करने का भी अनुरोध कर सकते हैं। वे आपको एक्स्ट्रा क्लास भी देते हैं।
इस तरह करें रेगिंग की शिकायत
कॉलेजों में रेगिंग पर रोक लगने के बावजूद कई सीनियर रेगिंग करते हैं। अगर आपके साथ ऐसा कुछ हो, तो आप DU की रेगिंग कमेटी से शिकायत कर सकते हैं। कंप्लेंट बॉक्स में लिखित में शिकायत डाल सकते हैं। अपने पास वाले PCR वेन से संपर्क कर सकते हैं। सोमवार से शुक्रवार सुबह 9:00 बजे से शाम 10:30 तक यूनिवर्सिटी इंफॉर्मेशन सेंटर को इंफॉर्म करें। UGC Anti Ragging ऐप डाउनलोड करें। proctor@du.ac.in, helpline@antiragging.in और infocentre@du.ac.in पर ईमेल करें।
सोसाइटीज़ एंड क्लब्स के लिए जाएं
हर कॉलेज की तरह DU में भी काभी अलग-अलग सोसाइटीज और क्लब होते हैं, जो छात्रों को जीवन में नए अनुभव से जुड़ने का अवसर देते हैं। ये आपके कॉलेज के अनुभव को कई गुना बेहतर बनाते हैं। आप अलग-अलग तरह के लोगों के साथ-साथ अलग सोच और विचारों को भी समझ पाते हैं। बुद्धिमान और स्मार्ट लोगों के साथ रहने से आप पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। नृत्य, संगीत, नाटक, वाद-विवाद, फोटोग्राफी, कला और संस्कृति और कई क्लब हैं।
सीनियर्स से दोस्ती करें
आपके सीनियर्स आपकी कॉलेज लाइफ में अहम भूमिका निभाते हैं। वक्त आने पर आपकी हर तरह से मदद करते हैं। इसलिए जितना हो सके अपने सीनियर्स से बात करें, उनका आदर करें और उन्हें अपना दोस्त बनाएं। वे पढ़ाई में भी आपकी मदद करते हैं।
लेक्चर न छोड़ें
हमेशा एक बात याद रखें कि आप कॉलेज पढ़ाई करने गए हैं। नए माहौल और देस्तों के कारण अपनी पढ़ाई पर कोई असर न आने दें। जिस तरह से कॉलेज आपके लिए नया होगा, उसी तरह आपका पाठ्यक्रम भी आपेक लिए नया होगा। इसलिए जरुरी है कि आप अपने पाठ्यक्रम को अच्छे से समझें। पाठ्यक्रम को समझने के लिए जरुरी है कि आप अपने क्लास और लेक्चर न छोड़ें। इससे आपकी अपने प्रोफेसर की नजरों में अच्छी इमेज बनेगी।