पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ने 425 पदों पर निकाली भर्ती, 1 सितंबर से करें आवेदन
सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (PGCIL) ने डिप्लोमा धारक ट्रेनी के पदों पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। इस भर्ती अभियान के जरिए कुल 425 पदों पर रिक्तियां भरी जाएंगी। इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 सितंबर से शुरू होगी, उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। आवेदन की आखिरी तारीख 23 सितंबर निर्धारित है।
पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के जरिए इलेक्ट्रिकल, सिविल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारकों की भर्ती की जाएगी। इसमें इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा धारकों के 344 पद, सिविल डिप्लोमा धारकों के 68 पद और इलेक्ट्रॉनिक्स डिप्लोमा धारकों के 13 पद हैं। कुल पदों में अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और दिव्यांग वर्ग के उम्मीदवारों को आरक्षण का लाभ मिलेगा। हालांकि, अभी कंपनी ने भर्ती पदों पर आरक्षण की विस्तृत जानकारी नहीं दी है।
कौन कर सकेगा आवेदन?
सभी पदों के लिए अलग-अलग शैक्षणिक योग्यता मांगी गई है। इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा धारकों के पद पर मान्यता प्राप्त संस्थान से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। सिविल डिप्लोमा धारकों के पद पर सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त और इलेक्ट्रॉनिक्स डिप्लोमा धारकों के पद पर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त युवा आवेदन कर सकेंगे। इन पदों पर आवेदन के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 18 साल और अधिकतम आयु 27 साल है।
कैसे कर सकेंगे आवेदन?
इन पदों पर आवेदन के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां होम पेज पर दिए गए करियर टैब पर क्लिक करें। इसके बाद ओपनिंग टैब पर क्लिक करें और भर्ती अधिसूचना खोलें। सभी दिशा-निर्देश पढ़ने के बाद आवेदन फॉर्म में जानकारियां दर्ज करें और फॉर्म सब्मिट करें। इन पदों के लिए आवेदन शुल्क और चयन प्रक्रिया की जानकारी नहीं दी गई है। कंपनी जल्द ही भर्ती की विस्तृत अधिसूचना जारी करेगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय की कंपनी है। 23 अक्टूबर, 1989 को कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत नेशनल पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड का गठन किया गया था। इस कंपनी को देश में उच्च वोल्टेज ट्रांसमिशन सिस्टम की योजना, स्वामित्व, संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अक्टूबर, 1992 में नेशनल पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन का नाम बदलकर पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड कर दिया गया था।