
दिल्ली नर्सरी एडमिशन के लिए 28 नवंबर से शुरू होगी प्रक्रिया
क्या है खबर?
दिल्ली में हर साल नर्सरी एडमिशन के लिए बच्चों के माता-पिता को काफी भागदौड करनी होती है। अच्छे प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों का नर्सरी में प्रवेश के लिए अभिभावकों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इस साल नर्सरी एडमिशन के लिए प्रवेश प्रक्रिया दिसंबर की जगह नवंबर में ही शुरू हो जाएगी। ये प्रवेश प्रक्रिया शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए होगी।
आइए जानें कब से शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया।
तिथि
इस तिथि से शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया
दिल्ली नर्सरी एडमिशन के लिए प्रवेश प्रक्रिया 28 नवंबर, 2019 से हो जाएगी।
अगर हम पिछले साल की बात करें तो पिछले साल 15 दिसंबर, 2018 से आवेदन फॉर्म भरे गए थे। इस साल प्रवेश प्रक्रिया लगभग 17 दिन पहले शुरू हो रही है।
शिक्षा निदेशालय का मानना है कि प्रवेश प्रक्रिया समय से शुरू होने पर अभिभावकों के साथ-साथ स्कूलों को भी कम दिक्कतें होंगी और पढ़ाई भी समय से शुरू हो पाएगी।
पॉइंट सिस्टम
पॉइंट सिस्टम से होगा प्रवेश
शिक्षा निदेशालय नर्सरी, Kg और क्लास 1 के लिए आखिरी तैयारी कर रहा है। एजुकेशन डायरेक्टर विनय भूषण के अनुसार जल्द ही प्रवेश प्रक्रिया के लिए अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अन क्लासों में प्रवेश पॉइंट सिस्टम के तहत होता है। स्कूल प्रवेश के लिए क्राइटेरिया स्कूल और शिक्षा निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी करेंगे।
स्कूल हाई कोर्ट द्वारा हटाए गए क्राइटेरिया को शामिल नहीं कर सकते हैं।
क्राइटेरिया
इस साल भी तय हो सकती है ऊपरी आयु सीमा
इस बार भी प्रवेश में नेबरहुड को प्राथमिकता दी जाएगी। क्राइटेरिया बनाने के लिए मॉनिटरिंग कमिटी बनाई जाएगी।
निदेशालय उन पॉइंट्स को भी अपलोड करके, जिनके तहत प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
पिछले साल निदेशालय ने तीनों क्लास में प्रवेश के लिए बच्चों की ऊपरी आयु सीमा तय थी। इस साल भी ऊपरी आयु सीमा तय होने की उम्मीद की जा रही है।
नर्सरी के लिए 3-4 साल, KG के लिए 4-5 और क्लास-1 के लिए 5-6 साल सीमा तय थी।
EWS
EWS के प्रवेश के लिए हो रही तैयारी
बता दें कि इकनॉमिकली वीकर सेक्शन (EWS) वर्ग के प्रवेश के लिए तैयारी चल रही है।
शिक्षा निदेशक के अनुसार DDE से सभी प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश के लिए सीटों का डेटा मांगा गया है।
विनय भूषण का कहना है कि 15 नवंबर, 2019 को EWS की इस साल की खाली सीटों के लिए एक और कंप्यूटराइज्ड ड्रॉ रखा है। इस बार दिव्यांग छात्रों की खाली रह गईं लगभग 5,000 सीटों को भी EWS में तब्दील कर दिया जाएगा।