NCERT ने जारी किया अल्टरनेटिव एकेडेमिक कैलेंडर, बताया घर पर रहकर पढ़ने का तरीका
कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है और सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। छात्र घर पर रहकर ही पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रों की सुविधा के लिए स्कूलों द्वारा ऑनलाइन क्लासेस चलाई जा रही हैं, लेकिन कई छात्र लैपटॉप, इंटरनेट आदि नहीं होने के कारण इस सुविधा का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। ऐसे छात्रों के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने एक अल्टरनेटिव एकेडेमिक कैलेंडर जारी किया है।
कैलेंडर में क्या बताया गया है?
इस कैलेंडर को खास तरीके से तैयारी किया गया है। विभिन्न सुविधा नहीं होने पर भी छात्र इसके माध्यम से अच्छी तरह से पढ़ाई कर सकते हैं। ये ऐसा कैलेंडर है जिससे अभिभावक शिक्षकों द्वारा योजना को समझकर बच्चों को घर पर आराम से पढ़ा पाएंगे। अगले चार सप्ताह के स्टडी प्लेन के अनुसार इस कैलेंडर को तैयारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि किस सप्ताह में किस तरह, किस विषय का कौन सा टॉपिक पढ़ाया जाना है।
गतिविधियां और तनाव को दूर करने के बारे में भी बताया गया
इसके साथ ही इसमें ये भी बताया गया कि आपको किस टॉपिक को कैसे पढ़ाना है। लॉकडाउन के दौरान घर पर बच्चों से कौन-कौन सी गतिविधियां करा सकते हैं। साथ ही ये भी बताया गया है कि लॉकडाउन के इस समय में किस तरह से आपको अपने बच्चों को मानसिक तनाव से दूर रखना है। इतना ही नहीं, हालात सामान्य नहीं होने पर आगे का स्टडी प्लान भी जारी किया जाएगा।
कैलेंडर में शामिल हैं ये विषय
कैलेंडर में क्लास 1 और 2 के लिए गणित, हिंदी, अंग्रेजी और ऊर्दू शामिल हैं। वहीं क्लास 3, 4 और 5 के लिए गणित, हिंदी, अंग्रेजी, ऊर्दू और एनवायर्नमेंटल स्टडीज शामिल हैं। इसके साथ-साथ ही कैलेंडर में आर्ट एजुकेशन और हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन का सिलेबस भी दिया गया है। बच्चों को स्वस्थ्य रखने के लिए कैलेंडर में विस्तार से बताया गया है। इसके माध्यम से छात्रों को पढ़ने में काफी मदद मिलेगी।
NCERT ने शुरू की छात्रों के लिए काउंसलिंग
NCERT अपने ट्रेंड काउंसलर के माध्यम से COVID-19 के दौरान और बाद में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए काउंसलिंग प्रदान करेगा। इस उद्देश्य के लिए NCERT ने क्षेत्र के अनुसार काउंसलर की लिस्ट जारी की है। जारी की गई लिस्ट में उनके ईमेल और संपर्क नंबर बताए गए हैं। छात्र जिससे काउंसलिंग कराना चाहते हैं, वे उस काउंसलर से व्हाट्सएप, फोन या ईमेल के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं।