छह साल में छह नौकरी करने के बाद बने IPS अधिकारी, जानें प्रेरणादायक कहानी
क्या है खबर?
UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) को पास करना आसान नहीं है। साथ ही बिना किसी प्रेरणा के अपने लक्ष्य तक पहुंचना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
हाल ही में गुजरात के अमरेली के परिवीक्षाधीन सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) बने प्रेम सुख डेलू की कहानी उनकी तरह सपने देखने वालों के लिए काफी प्रेरणादायक है। एक पटवारी से IPS अधिकारी बनने का सपना देखने वाले प्रेम की कहानी इस लेख से पढ़ें और प्रेरणा लें।
आइए जानें।
नौकरी
UPSC CSE परीक्षा पास करने से पहले छह साल में की छह नौकरियां
UPSC CSE 2015 को पास करने और गुजरात-कैडर के IPS अधिकारी बनने से पहले डेलू ने एक पटवारी, सब इंस्पेक्टर, जेलर, प्राथमिक स्कूल शिक्षक, कॉलेज लेक्चरर और राजस्व अधिकारी के रूप में भी काम किया है।
उनका कहना है कि उनके परिवार में शिक्षा को अत्यधिक महत्व दिया गया था, क्योंकि उनके माता-पिता ने औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की थी।
उन्होंने बताया कि उनके बड़े भाई (राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल) ने उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रोत्साहित किया।
परिवार
किसान परिवार से हैं डेलू
डेलू राजस्थान के बीकानेर के एक किसान परिवार से हैं। वे हमेशा से ही एक टॉप क्लास के सरकारी अधिकारी बनना चाहते थे।
हिस्ट्री में MA करने के बाद उन्होंने 2010 में पटवारी (गाँव के लेखाकार) के रूप में अपनी पहली सरकारी नौकरी प्राप्त की, लेकिन वे उच्च सरकारी पद पर नौकरी करना चाहते थे। इस कारण अपनी पहली नौकरी लगने के बाद भी उन्होंने कड़ी मेहनत की और एक के बाद एक कई सरकारी परीक्षाओं को पास किया।
अन्य नौकरी
2014 में NET पासकर बने लेक्चरर
2010 में डेलू ने ग्राम सेवक परीक्षा उत्तीर्ण की और राजस्थान में सहायक जेलर परीक्षा में भी टॉप किया।
उन्होंने 2011 में प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूल टीचरों की परीक्षा और फिर राजस्थान पुलिस के सब-इंस्पेक्टर और 2013 में हायर सेकंडरी स्कूल टीचर्स की परीक्षा भी पास की।
इसके बाद उन्होंने 2014 में B.Ed करने के बाद NET परीक्षा पास की और एक कॉलेज में लेक्चरर के रुप में काम किया।
UPSC CSE 2015
UPSC CSE 2015 में प्राप्त की 170 रैंक
लेक्चरर बनने के बाद डेलू ने राजस्थान की राज्य लोक सेवा परीक्षा को पास किया, लेकिन पुलिस सेवाओं के लिए चयनित होने में असफल रहे।
हालाँकि, उन्होंने अपना लक्ष्य नहीं बदला और CSE-2015 में शामिल होकर अखिल भारतीय रैंक (AIR) 170 प्राप्त की और IPS अधिकारी बन गए।
वह अब CSE में शामिल होकर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए प्रयास करना चाहते हैं।
बयान
पहले नौकरी करने से मिलेगी मदद
डेलू ने TOI को बताया कि सहायक जेलर और सब इंस्पेक्टर के लिए उनका चयन होने के कारण वे पुलिस कर्मियों को अच्छे से समझ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के कार्यकाल में भूमि और संपत्ति विवाद के मामलों से निपटने के अनुभव और शिक्षण के अपने अनुभव के साथ उन्हें विश्वास है कि वे अपराधों और समाज को अधिक कुशलता से समझ सकते हैं।