लर्निंग डिसेबिलिटी वाले पांच CEOs के संघर्ष की कहानी यहां से जानें
कई लोंगो में लर्निंग डिसेबिलिटी होती है, जिस कारण वे कई चीजों को आसानी से नहीं याद कर पाते हैं। ऐसे लोंगो को अपने सपनों को साकार करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। हालांकि ऐसे कई लोग हमारे लिए एक प्रेरणा भी होते हैं। कई सारे ऐसे लोग हैं, जो लर्निंग डिसेबिलिटी के कारण टॉप की कंपनियों के CEO हैं या CEO रह चुकें हैं। आज इस लेख में ऐसे ही कुछ लोगों के बारे में बताया है।
स्टीव जॉब्स भी थे लर्निंग डिसेबिलिटी के शिकार
पूर्व चेयरमैन, CEO और Apple Inc. के को फाउंडर स्टीव जॉब्स डिस्लेक्सिया (Dyslexia) के शिकार थे। ये एक ऐसी समस्या है, जो स्कूल में पढ़ने, लिखने, बोलने की क्षमता को प्रभावित करती है। स्टीव जॉब्स को कॉलेज से भी बाहर कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने संघर्ष को कम नहीं होने दिया। डिस्लेक्सिया की समस्या होने के बाद भी स्टीव ने 1976 में Apple की सह-स्थापना की और कंपनी को इनोवेशन के नए स्तरों तक पहुंचाया।
टॉमी हिलफिगर भी जूझ चुके हैं इस समस्या से
अमेरिकी प्रीमियम क्लोथिंग कंपनी टॉमी हिलफिगर के संस्थापक और पूर्व CEO टॉमी हिलफिगर भी डिस्लेक्सिया से जूझ चुके हैं। उन्होंने स्कूल में रहते हुए कई समस्याओं का सामना किया था। वह दुनिया के प्रमुख फैशन डिजाइनरों में से एक हैं और अपनी सफलता के लिए डिस्लेक्सिया को भी श्रेय देते हैं, क्योंकि इससे उन्हें अन्य डिजाइनरों की तुलना में अलग तरीके से सोचने में मदद मिली थी।
जॉन चैंबर्स भी हो चुकें हैं इस समस्या का शिकार
सिस्को सिस्टम्स के पूर्व CEO जॉन चैंबर्स भी डिस्लेक्सिया से जूझ चुके हैं, लेकिन उन्होंने अपनी इस समस्या को सफलता प्राप्त करने के रास्ते में नहीं आने दिया। सिस्को ने दृढ़ता, कड़ी मेहनत और एक पॉजिटिव दृष्टिकोण के साथ एक कंप्यूटर विक्रेता से मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में टॉप पर पहुंचे। उन्होंने ये साबित कर दिखाया कि अगर आप कुछ करना चाहते हैं तो कोई समस्या आपको रोक नहीं सकती है।
BitTorrent के निर्माता ने भी किया संघर्ष
BitTorrent के निर्माता ब्रैम कोहेन एस्पर्गर सिंड्रोम (जिसे एस्पर्गर डिसऑर्डर भी कहा जाता है) समस्या का शिकार हो चुके हैं। इससे मानसिक विकास प्रभावित होता है, जिस कारण व्यक्ति की घुलने-मिलने और बातचीत करने की क्षमता प्रभावित होती है। उन्होंने अपनी समस्या को दूर किया और अपनी खुद की कंपनी शुरू करने का फैसला किया। बाद में उन्होंने BitTorrent छोड़ दिया और चिया नेटवर्क की सह-स्थापना की, जहां उन्होंने 2019 में CEO का पदभार संभाला।
IKEA के संस्थापक भी थे इस बीमारी का शिकार
फर्नीचर में विशेषज्ञता वाली एक बहुराष्ट्रीय कंपनी IKEA के संस्थापक और पूर्व CEO इंग्वर कॉम्पराड भी डिस्लेक्सिया से जूझ चुके थे। हालांकि उन्होंने इस पर काबू पाया और पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे। इंग्वर ने 1943 में IKEA की स्थापना की थी।