क्या है SSC CGL परीक्षा और कैसे करें इसके लिए तैयारी? जानें
Staff Selection Commission (SSC) हर साल Combined Graduate Level Examination (CGL) की परीक्षा का आयोजन करती है। SSC CGL ब्यूरोक्रेसी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। SSC CGL परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 'ग्रुप बी' या 'ग्रुप सी' के पदों पर भर्ती किया जाता है। इस परीक्षा को पास करना इतना आसान नहीं है, लेकिन कोई भी इस परीक्षा को सही तैयारी के साथ पास कर सकता है। आइए इस परीक्षा के बारे में बाकी सबकुछ जानते हैं।
परीक्षा के लिए होनी चाहिए ये पात्रता
SSC CGL परीक्षा के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातक करने वाले उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही उम्मीदवार की आयु 18 से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए ऊपरी आयु सीमा में छूट प्रदान की जाती है। SSC CGL टियर-1 और टियर-2 (ऑब्जेक्टिव मल्टीपल चॉइस) ऑनलाइन मोड, टियर-3 पेन और पेपर मोड (डिस्क्रिप्टिव) और टियर-4 में स्किल टेस्ट होता है।
इन पदों पर कर सकते हैं काम
परीक्षा पास करने के बाद मंत्रालयों/विभागों में सहायक, सेंट्रल एक्सरसाइज और कस्टम्स के इंस्पेक्टर, इनकम टैक्स इंस्पेक्टर, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स एंड CBI में उप-निरीक्षक, C&AG, CGDA, CGA के तहत ऑडिटर और एकाउंटेंट व जूनियर एकाउंटेंट आदि के पदों पर नौकरी मिलती है।
कब शुरू होते हैं आवेदन और कब होती है परीक्षा?
SSC CGL के लिए आवेदन ऑनलाइन माध्यम से ही किया जाता है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मई में शुरू होते हैं और जून के पहले सप्ताह तक चलते हैं। इसके साथ ही टियर-1 जून में आयोजित कराया जाता है। वहीं टियर-2 सितंबर मध्य में आयोजित कराया जाता है। टियर-3 की परीक्षा दिसंबर में होती है और इसके बाद टियर-4 के तिथि सफल हुए उम्मीदवारों को बताई जाती है।
बेसिक पर ध्यान दें
परीक्षा के लिए अपनी तैयारी शुरू करने से पहले प्रश्न को हल करने के लिए शॉर्टकट को जरुर देखें। लेकिन उम्मीदवारों को शॉर्टकट अपनाने से पहले सभी विषयों की बेसिक बातों को अच्छे से समझने पर ध्यान देना चाहिए। बिना बेसिक को समझे आप अच्छा स्कोर नहीं कर सकते हैं। एक बार जब आप इन विषयों पर कमांड बना लेते हैं, तो आप जल्दी से गणना के लिए शॉर्टकट या ट्रिक्स अपना सकते हैं।
समय को मैनेज करके प्रश्न हल करें
परीक्षा में शामिल महत्वपूर्ण विषयों के लिए आपको पर्याप्त समय देना चाहिए। पहले आप अपने कमजोर विषयों पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें और उन्हें हल करने में अधिक समय दें। उन विषयों का अभ्यास करें, जिनमें आप अच्छे हैं। लेकिन आप उसमें बहुत कम समय दें। इसके साथ ही उम्मीदवारों को किसी भी प्रश्न को हल करते समय एक मिनट से अधिक समय न देने का प्रयास करें।
टियर-3 के लिए इन बातों का रखें ध्यान
जैसे कि हमने आपको बताया है कि टियर-3 डिस्क्रिप्टिव पेपर होता है। इसलिए आपको टियर-3 के लिए तैयारी करते समय कई बातों का ध्यान रखना होगा। सबसे पहले आपको अपने लिखने के तरीके पर ध्यान देना होगा। क्योंकि इस पेपर में पत्र, एप्लीकेशन और निबंध आदि लिखने होते हैं। इसलिए आपको अपने लिखने के तरीके पर ध्यान देना चाहिए और साथ ही साथ आपको अपने समय को भी अच्छी तरह मैनेज करना चाहिए।
टियर-4 में होता है ये
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टियर-1, 2, 3 में उम्मीदवार द्वारा किए गए प्रदर्शन के आधार पर ग्रेड मिलते हैं और उस आधार पर आपको पद मिलता है। इसके बाद टियर-4 होता है। टियर-4 में पद को देखते हुए स्किल टेस्ट होता है।