UPSC 2019: तैयारी के लिए क्यों बेहतर हैं क्लासरुम कोचिंग? जानिए पांच कारण
क्या है खबर?
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, जिसे IAS परीक्षा के रूप में जाना जाता है, सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है।
UPSC की तैयारी के लिए कई ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म भी हैं, लेकिन कई उम्मीदवार तैयारी कोचिंग क्लासेस से ही करते हैं।
कई उम्मीदवारों के मन में सवाल होता है कि क्या क्लासरुम कोचिंग तैयारी के लिए बेहतर विकल्प है?
उम्मीदवारों के इस संदेह को दूर करने के लिए हमने अपने आज के इस लेख में पांच कारण बताएं हैं।
आइए जानें।
कारण 1
कोचिंग संस्थान प्रदान करती हैं सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शन
कोचिंग संस्थानों में UPSC परीक्षा के बारे में अच्छा अनुभव और ज्ञान रखने वाले ट्यूटर्स होते हैं।
कोचिंग संस्थानों में UPSC की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को ट्यूटर्स सर्वोत्तम मार्गदर्शन और मेंटरशिप प्रदान करते हैं।
ये ट्यूटर्स उम्मीदवारों के प्रदर्शन और कौशल को बेहतर बनाने के लिए बेहतर मार्गदर्शन देते हैं, जो उनके लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं।
हालांकि कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी अब संदेह को दूर करने के लिए विशेषज्ञों के साथ सेशन प्रदान करते हैं।
कारण 2
अधिक प्रभावी होता है क्लासरूम का वातावरण
जो उम्मीदवार तैयारी करने के लिए कोचिंग संस्थानों को चुनते हैं। उन्हें लगता है कि जो चीजें हम क्लासरुम के वातावरण में सीखते हैं, उन्हें अन्य माध्यम से नहीं सीखा जा सकता है।
क्लासरुम कोचिंग में ट्यूटर अपने छात्रों के समझने के स्तर को जानते हैं और उनके अनुसार कॉन्सेप्ट को सिखाते हैं, जो अधिक प्रभावी होता है।
साथ ही कुछ छात्र क्लास के वातावरण में किसी कॉन्सेप्ट को एक समूह में बेहतर ढंग से समझ पाते हैं।
जानकारी
कोचिंग संस्थान देती हैं विशेषज्ञों द्वारा डिज़ाइन की गई अध्ययन सामग्री
UPSC CSE को पास करने के लिए सही अध्ययन सामग्री होना आवश्यक है। कोचिंग केंद्रों को महत्वपूर्ण नोट्स और अन्य अध्ययन सामग्री के लिए जाना जाता है। अध्ययन सामग्री में परीक्षा पैटर्न के अनुसार सभी विषयों को विस्तार से कवर किया जाता है।
कारण 4
छात्र के प्रदर्शन और प्रगति पर रहती है नज़र
ऑफ़लाइन कोचिंग में संस्थान के सदस्य छात्र के प्रदर्शन और प्रगति पर निरंतर ध्यान देते हैं।
जिससे उनकी ताकत और कमजोरियों का पता चलता है, उसके अनुसार तैयारी के लिए एक अच्छी रणनीति बनाने में मदद मिलती है।
क्लासरूम कोचिंग में कई छात्र एक साथ पढ़ते हैं, जिससे छात्रों को आसान और प्रभावी तरीके से सीखने में मदद मिलती है।
साथ ही कॉन्सेप्ट पर संदेह को दूर करने के लिए किसी अन्य छात्र के साथ चर्चा भी कर सकते हैं।
जानकारी
शिक्षक से बात करके संहेद को दूर करना होता है अधिक प्रभावी
क्लासरुम कोचिंग का एक और फायदा यह है कि उम्मीदवारों को शिक्षकों से बातचीत करने का मौका मिलता है। वे संदेह को दूर करने के लिए शिक्षकों से बातचीत कर सकते हैं। शिक्षक से बात करके संहेद को दूर करना अधिक प्रभावी होता है।