
घर पर परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र इन बातों पर दें ध्यान, जरूर मिलेगी सफलता
क्या है खबर?
सरकारी नौकरी, अच्छे संस्थान में दाखिला और उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए हर साल लाखों की संख्या में छात्र प्रतियोगी और प्रवेश परीक्षाओं में भाग लेते हैं।
कई छात्र परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग का सहारा लेते हैं, लेकिन कुछ छात्र आर्थिक और पारिवारिक परेशानी के चलते घर से ही पढ़ाई करते हैं।
घर से परीक्षा की तैयारी करना कठिन है, लेकिन अगर उम्मीदवार कुछ बातों का ध्यान रखें तो परीक्षा में सफलता पाई जा सकती है।
#1
अनुशासन है सबसे ज्यादा जरूरी
घर से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों की सबसे बड़ी गलती है अनुशासित न होना।
घर में छात्रों की पढ़ाई पर सख्त निगरानी नहीं रखी जाती, इससे वे बेफ्रिक हो जाते हैं और पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान नहीं देते।
ध्यान रखें कि किसी परीक्षा में सफलता पाने के लिए अनुशासित होकर तैयारी करना बेहद जरूरी है।
ऐसे में पढ़ाई के लिए एक अनुशासित टाइमटेबल बनाएं, इसका प्रतिदिन पालन करें और समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान दें।
#2
पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न पर ध्यान दें
कोचिंग में परीक्षा के पाठ्यक्रम और पैटर्न के अनुसार पढ़ाई कराई जाती है।
उम्मीदवारों को महत्वपूर्ण टॉपिकों की जानकारी दी जाती है, लेकिन घर में पढ़ाई के दौरान इसका मार्गदर्शन नहीं मिल पाता।
ऐसे में पिछले साल के प्रश्नपत्रों से परीक्षा का पैटर्न जानें और हमेशा पढ़ाई के दौरान पाठ्यक्रम साथ रखें।
ध्यान रखें कि आपको पाठ्यक्रम से ज्यादा कुछ भी नहीं पढ़ना है। पाठ्यक्रम से हटकर टॉपिकों को कवर करने से समय बर्बाद होगा।
#3
तैयारी का मूल्यांकन है जरूरी
कोचिंग में समय-समय पर छात्रों के टेस्ट लिए जाते हैं, इससे तैयारी के मूल्यांकन के साथ परीक्षा का डर भी खत्म होता है।
घर में तैयारी करने वाले छात्र इस चरण को अनदेखा कर देते हैं और ज्यादा से ज्यादा चीजों को पढ़ने पर ध्यान देते हैं।
आप ऐसा न करें, हर सप्ताह अपनी तैयारी का मूल्यांकन करें। आपने 1 सप्ताह में जो कुछ भी पढ़ा है, उससे संबंधित सवालों को टाइमर लगाकर हल करें।
#4
विकर्षणों से दूरी बनाएं
कोचिंग में छात्रों की पढ़ाई का समय निर्धारित होता है, उस समय उन्हें किसी और काम को करने की इजाजत नहीं होती।
इससे वे केवल पढ़ाई पर फोकस कर पाते हैं, लेकिन घर में पढ़ाई के दौरान विकर्षण ज्यादा होते है।
छात्रों को रोकने-टोकने वाला कोई शिक्षक नहीं होता, इससे वे पढ़ाई के दौरान मोबाइल चलाने लगते हैं।
मोबाइल चलाने की आदत से पढ़ाई प्रभावित होती है। ऐसे में सभी विकर्षणों को दूर रखकर शांतिपूर्ण वातावरण में पढ़ाई करें।
#5
ग्रुप स्टडी करें
घर में पढ़ाई के दौरान छात्रों का कोई सहपाठी नहीं होता, इससे वे कई बार पढ़ाई में बोरियत महसूस करते हैं।
इससे बचने के लिए ग्रुप स्टडी करें। अगर आसपास कोई छात्र नहीं है तो आप ऑनलाइन भी ग्रुप स्टडी कर सकते हैं।
समय-समय पर शिक्षकों और परीक्षा पास कर चुके छात्रों से मार्गदर्शन लें और अपनी तैयारी का आंकलन करवाएं।
घर से परीक्षा की तैयारी के दौरान मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें।