पढ़ाई में नहीं लगता मन? जानिए इसके कारण और सुधार के उपाय
क्या है खबर?
आपने अक्सर स्कूल या कॉलेज के छात्रों को पढ़ाई में मन नहीं लगता और पढ़ा हुआ कुछ याद नहीं रहता जैसे वाक्य बोलते हुए सुना होगा।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र भी इस समस्या का सामना करते हैं।
इस समस्या का समाधान करने के लिए सबसे पहले कारणों को जानकर उन्हें दूर करना जरूरी है।
आइए जानते हैं कि किन कारणों से छात्र पढ़ाई में रूचि में नहीं लेते।
#1
दबाव और तनाव
स्कूल और कॉलेज जाने वाले अधिकांश छात्र शैक्षणिक दबाव और परीक्षा तनाव से जूझते हैं।
माता-पिता, रिश्तेदार और शिक्षक छात्रों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं, लेकिन ये अपेक्षाएं अनावश्यक दबाव का कारण बनती हैं।
कई बार पारिवारिक कलह की वजह छात्र पढ़ाई में मन नहीं लगा पाते। प्रेरणा की कमी भी छात्रों को पढ़ाई से दूर करती है।
ऐसे में छात्र अपने आप को तनाव से दूर रखें और पढ़ाई के सकारात्मक पक्षों को समझें।
#2
मन भटकाने वाले कारक
मौजूदा समय में मन भटकाने वाले कई कारण हैं। छात्र इन कारणों का शिकार बन जाते हैं और पढ़ाई में रुचि खो देते हैं।
अधिकांश छात्र मोबाइल फोन और खासकर सोशल मीडिया पर अपना ज्यादा समय बिताते हैं।
धीरे-धीरे उन्हें सोशल मीडिया चलाने, मोबाइल पर गेम खेलने की लत लग जाती है।
मोबाइल चलाने की आदत से छात्र पढ़ाई में पीछे हो जाते हैं और उनका प्रदर्शन खराब होता है।
ऐसे में अध्ययन के समय सभी विकर्षणों को दूर करें।
#3
कठिन विषय
अगर किसी विषय में छात्र की पकड़ कमजोर हैं तो वो उस विषय को पढ़ने में रूचि नहीं लेते।
छात्र अधिकतर उसी विषय को पढ़ते हैं जिसमें उनकी पकड़ अच्छी है। ऐसा विषय अच्छे से समझ आता है।
ऐसे में कमजोर विषय की पहचान कर उसे पढ़ने का एक टाइमटेबल बनाएं।
किसी भी विषय को बिना रूचि के 4 से 5 दिन लगातार नियम से पढ़ें।
इससे धीरे-धीरे विषय को पढ़ने में बोरियत कम हो जाएगी।
#4
अप्रभावी शिक्षण वातावरण
अप्रभावी शिक्षण वातावरण छात्रों को पढ़ाई से दूर ले जाता है।
अगर स्कूल में शिक्षक कठोर दंड देते हैं तो छात्र स्कूल जाने में आनाकानी करते हैं।
इसके अलावा अगर छात्रों का पढ़ाई का कोई निश्चित क्रम नहीं है तो उन्हें पढ़ने में दिक्कत आती है।
ऐसे में पढ़ाई का एक निश्चित टाइमटेबल बनाएं, प्रतिदिन पढ़ाई के लक्ष्य निर्धारित करें और इसी के आधार पर खुद को पढ़ाई के लिए प्रेरित करें।
इससे पढ़ाई में निरंतरता आएगी।
जानकारी
खराब संगति
छात्र जैसे संगति में रहते हैं, वे वैसे ही बन जाते हैं। ऐसे में सही दोस्त बनाना बेहद जरूरी है। पढ़ने वाले बच्चों को अपना दोस्त बनाएं। ग्रुप स्टडी करें, इससे पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी। समय बर्बाद करवाने वाले छात्रों से दूर रहें।