उत्तर प्रदेश: स्कूलों में बनेंगे बगीचे, मिडडे मील के लिए बच्चे खुद उगाएंगे सब्जियां
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए ये खबर पढ़ना बहुत जरुरी है।
मिडडे मील यानी कि दोपहर के भोजन की योजना के लिए उत्तर प्रदेश (UP) के सरकारी स्कूलों में एक अलग और अच्छा प्रयोग किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों को अब अपने स्कूल में ही खुद के बगीचे बनाने होंगे।
ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे कि वे अपने स्कूल के बगीचे में सब्जियां व फल उगा सकें।
निर्देश
जारी हुए ये निर्देश
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने प्रत्येक सरकारी स्कूलों के लिए निर्देश जारी किए हैं।
जारी हुए निर्देश में कहा गया है कि 8वीं क्लास तक के बच्चों को मिलने वाले दोपहर के भोजन में स्कूल के खुद के बगीचे में उनके द्वारा उगाई गई एक सब्जी या फल शामिल करना होगा और ऐसा करना उनके लिए अनिवार्य होगा।
सभी स्कूलों को इस निर्देश का पालन करना होगा।
बयान
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा ये
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहना है कि "जब बच्चों को उनकी कड़ी मेहनत द्वारा उगाई हुई सब्जियां उनके खाने में परोसी जाएंगी, को उन्हें उसका स्वाद एकदम अलग और अच्छा लगेगा। क्योंकि उस भोजन के लिए पहले से ही उन्हें लगाव होगा।"
उद्देश्य
क्या है उद्देश्य?
इस योजना का उद्देश्य बच्चों को पौधों, सब्जियों और फलों को उगाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ दोपहर के भोजन में पोषक मूल्य को बढ़ावा देना भी है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय का कहना है कि छात्रों के पास भूमि नहीं होने पर वह टेरिस गार्डन, पॉर्ट, कंटेनर और बैग का उपयोग करके फल और सब्जियां उगा सकते हैं।
साथ ही बच्चों को ही बगीचे की देख रेख करनी होगी। जिसमें उनकी मदद स्कूल का स्टाफ और शिक्षक करेंगे।
जानकारी
स्कूलों को मिलेंगे प्रति वर्ष इतने रुपये
उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल का कहना है कि इसके लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय स्कूलों को पांच हजार रुपये प्रति वर्ष प्रदान करेगा। प्रत्येक स्कूल को फल और सब्जियों को लेकर अपनी योजना प्रस्तुत करनी होगी।