यह महिला जिस स्कूल में करती थी सफाई, आज उसी स्कूल में है टीचर
क्या है खबर?
किसी भी चीज को अगर आप सच्चे दिल से चाहे तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको उसे पाने से नहीं रोक सकती। इस बात को केरल की 39 वर्षीय महिला लिन्जा आर ने सही साबित कर दिखाया है।
जिस स्कूल में लिन्जा 12 साल से सफाई का काम कर रही थीं, आज उसी स्कूल में अंग्रेजी की टीचर हैं।
आइये, उनके एक सफाई कर्मचारी से शिक्षिका बनने तक के प्रेरणादायी सफर के बारे में जानते हैं।
शुरुआत
पिता की मृत्यु के बाद की सफाई कर्मचारी की नौकरी
लिन्जा केरल के कान्हांगड़ में इकबाल हायर सेकेंडरी स्कूल में सफाई कर्मचारी के रूप में काम किया करती थीं जो अब अंग्रेजी की शिक्षिका हैं।
लिन्जा 2001 में स्नातक डिग्री के अंतिम वर्ष में थीं, जब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी।
लिन्जा की योग्यता के आधार पर स्कूल ने उन्हें सफाई कर्मचारी की नौकरी ऑफर की। उन्होंने अपने परिवार की देखभाल और पालन-पोषण करने के लिए इस नौकरी का ऑफर स्वीकार किया और स्कूल में नौकरी करने लगीं।
जानकारी
काम के साथ-साथ की MA की पढ़ाई
नौकरी के दौरान लिन्जा हेड टीचर के ऑफिस में बैठकर पढ़ाई भी करती थीं। BA करने के बाद लिन्जा ने वहां काम करते हुए अंग्रेजी में MA की पढ़ाई भी पूरी कर ली।
नौकरी
BEd करने के साथ ही प्राइवेट स्कूलों में की शिक्षक की नौकरी
साल 2006 में उस स्कूल का नियमित कर्मचारी वापस आ गया और लिन्जा ने नौकरी छोड़ दी।
इसके बाद लिन्जा ने इस समय का उपयोग BEd करने में किया। शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य डिग्री करने के बाद उन्होंने प्राइवेट स्कूलों में अंग्रेजी पढ़ाना शुरू कर दिया।
उन्होंने पांच साल यानी 2012 तक प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाया। इसके बाद इकबाल स्कूल ने 2013 में फिर से लिन्जा को सफाई कर्मचारी की नौकरी ऑफर की। उन्होंने ये ऑफर स्वीकार किया।
योग्यता
K-TET और SET परीक्षा पास की
लिन्जा ने केरल शिक्षक पात्रता परीक्षा (K-TET) द्वितीय और तृतीय पास की, जिसके बाद वे उच्च प्राथमिक विद्यालय और हाई स्कूल में पढ़ाने के योग्य बनीं।
फिर उन्होंने उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाने के लिए योग्य बनने के लिए राज्य पात्रता परीक्षा (SET) पास की।
उनका कहना है कि जब उन्होंने पहली बार स्कूल ज्वाइन किया तो उन्हें एक ग्रेजुएट होने का अहंकार था, लेकिन PG और BEd स्कूल ज्वाइंन करने के बाद वे जमीन से जुड़ाव महसूस करने लगीं।
प्रोत्साहन
ऐसे मिला प्रोत्साहन
हेडमास्टर प्रवीण एम वी का कहना है कि वह एक दिन इस स्कूल की प्रिंसिपल भी बन सकती हैं।
उन्होंने ही लिन्जा से परीक्षा की तैयारी करने के लिए कहा था।
शुरू में लिन्जा ने अपनी बेटी और छह साल के बेटे के बहाने भी दिए, लेकिन जब प्रवीणा ने लिन्जा को बताया कि गरीबी के कारण उनकी भी जल्दी शादी हो गई थी और दो बच्चों के बाद उन्होंने उच्च शिक्षा पूरी की तो लिन्जा को इससे प्रोत्साहन मिला।
बयान
सबके लिए है प्रेरणा हैं लिन्जा
प्रवीणा का कहना है कि लिन्जा के पास लीडरशिप स्किल्स हैं। प्रवीणा ने कहा कि अगर लिंजा स्कूल में एक शिक्षक के रुप में नहीं आतीं तो इस स्कूल के छात्रों के लिए यह एक बड़ा नुकसान होता। लिन्जा सभी के लिए एक प्रेरणा हैं।