DU इन छात्रों को प्रदान करेगी पूरी स्कॉलरशिप, जानें
क्या है खबर?
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में कल यानी कि 30 मई, 2019 से अंडरग्रेजुएट (UG) पाठ्यक्रम के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है।
वहीं पोस्टग्रेजुएशन (PG) कार्यक्रम, साइबर सुरक्षा और कानून में पोस्ट-ग्रेजुएशन डिप्लोमा और M.Phil, PhD कार्यक्रमों के लिए आवेदन प्रक्रिया 03 जून, 2019 से शुरू होगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों के लिए एक खुशखबरी है।
दिल्ली विश्वविद्यालय कुछ छात्रों को पूरी छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) देने पर विचार कर रहा है।
आइए जानें पूरी खबर।
स्कॉलरशिप
इन छात्रों को मिलेगी पूरी स्कॉलरशिप
दिल्ली विश्वविद्यालय दो प्रकार के छात्रों को पूरी स्कॉलरशिप देने पर विचार कर रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विश्वविद्यालय के अनुसार DU उन छात्रों को पूरी स्कॉलरशिप प्रदान करने पर विचार कर रहा है, जिनके माता-पिता, दोनों मृतक या बेरोजगार हैं और उन छात्रों की आधी फीस माफ करने की सोच रहा है जिसके घर में कमाने वाला सदस्य मृतक हैं।
ऐसा होने पर छात्रों को काफी राहत मिल जाएगी।
ओपन डे सेशन
प्रवेश प्रक्रिया को समझने के लिए शामिल हों ओपन डे सेशन में
सभी श्रेणियों और कोटा के लिए सभी कार्यक्रमों की पंजीकरण प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी।
डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर ऑफिस ओपन डे सेशन आयोजित करेगा।
स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक उम्मीदवार और उनके माता-पिता ओपन डे कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं और विश्वविद्यालय के कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया को समझ सकते हैं।
सम्मेलन केंद्र में एक हेल्प डेस्क भी उम्मीदवारों की सहायता करेगी।
कॉलेज प्रवेश प्रक्रिया के दौरान अपने परिसर में हेल्प डेस्क स्थापित करेंगे।
सीटों की संख्या
सीटों में होगी इतनी बढ़ोत्तरी
इस साल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए सीटों में 10 प्रतिशत यानि लगभग 6,000 सीटों के वृद्धि होगी।
सीटों में बढ़त दो चरणों में लागू होगा। पहले वर्ष में 10 प्रतिशत और अगले वर्ष में शेष 15 प्रतिशत।
पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण करते समय छात्रों को यह बताना होगा कि क्या वे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से हैं और उन्हें प्रमाण के लिए एक प्रमाण पत्र अपलोड करना होगा।
बयान
एक अधिकारी ने कहा ये
नंबरों के लिए ऑनलाइन कैलकुलेटर होगा।
प्रवेश समिति ने छात्रों के लिए समावेशी दृष्टिकोण की पेशकश करने की कोशिश की है।
एक अधिकारी के अनुसार अलग-अलग राज्य बोर्डों में अलग-अलग नामकरण के साथ अलग-अलग विषय होते हैं, लेकिन DU का करिकुलम CBSE विषयों के समान होता है।
उन्होंने कहा कि पहले बायोकेमिस्ट्री को एक व्यावसायिक विषय माना जाता था और दूसरे बोर्ड के छात्रों को नंबरों में 2.5% की कटौती का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।