
महिंद्रा ने दुर्लभ-पृथ्वी चुम्बकों की आपूर्ति के लिए उठाए कदम, नहीं रुकेगा उत्पादन
क्या है खबर?
महिंद्रा एंड महिंद्रा दुर्लभ-पृथ्वी चुम्बकों की संभावित आपूर्ति बाधाओं से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है। वह 9 महीनों के लिए वैकल्पिक सोर्सिंग के माध्यम से इन घटकों की आपूर्ति का प्रबंधन करने की योजना बना रही है। साथ ही बढ़ते उत्पाद पोर्टफोलियो के बीच कच्चे माल की कमी की स्थिति को दूर करने के लिए इंजीनियरिंग प्रयास करेगी। यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब मारुति सुजुकी और हुंडई का इस समस्या से उत्पादन प्रभावित नहीं होगा।
तैयारी
कंपनी ने की ये तैयारी
दुर्लभ-पृथ्वी चुम्बकों पर लगाए निर्यात प्रतिबंधों ने आपूर्ति श्रृंखला में बाधाएं पैदा कर दी हैं। इससे ऑटो और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग प्रभावित हुए हैं। ये चुम्बक ऑटोमोबाइल, घरेलू उपकरणों सहित कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण घटक हैं। महिंद्रा के मुख्य वित्तीय अधिकारी अमरज्योति बरुआ ने PTI को बताया कि इन चुनौतियों के बावजूद उन्होंने मौजूदा प्रयासों के साथ वित्त वर्ष 2026 का प्रबंधन तो कर लिया है, लेकिन उन्हें मध्यम और दीर्घकालिक रणनीतियों पर विचार करने की आवश्यकता है।
प्रयास
इंजीनियरिंग प्रयासों पर भी जोर
बरुआ ने बताया कि कंपनी ने वैकल्पिक स्रोतों से इंवेंट्री बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने आगे कहा कि अपनी विकास योजनाओं को देखते हुए उन्हें आगे बढ़कर एक व्यापक रणनीति पर विचार करना होगा। इसके लिए उनकी टीम को और अधिक इंजीनियरिंग प्रयास करने होंगे। बता दें, पिछले सप्ताह मारुति सुजुकी ने कहा कि उसके इंजीनियर दुर्लभ-पृथ्वी चुम्बकों की कमी की समस्या को कम करने के लिए काम कर रहे हैं।