केजरीवाल ने बताया 'नाचने वाला' तो मनोज तिवारी बोले- जनता सिखाएगी सबक

दिल्ली में चुनावों की तारीख नजदीक आते-आते चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। नेता एक-दूसरे पर शब्दों के बाण चला रहे हैं। ऐसे ही एक वाकये में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव प्रचार के दौरान मनोज तिवारी पर दिए एक बयान के कारण विवादों में घिर गए। केजरीवाल ने एक चुनावी सभा में कहा, "मनोज तिवारी नाचता बहुत अच्छा है।" उनके इस बयान पर मनोज तिवारी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आइये, जानते हैं कि पूरा मामला क्या है।
केजरीवाल उत्तर पूर्वी दिल्ली से अपनी पार्टी के प्रत्याशी दिलीप पांडे के लिए वोट मांगने आए थे। इस दौरान उन्होंने कहा, "मनोज तिवारी नाचता बहुत अच्छा है। (दिलीप) पांडे जी को नाचना नहीं आता, पांडे जी को काम करना आता है। इस बार काम करने वाले को वोट देना, नाचने वाले को वोट मत देना।" बता दें, आम आदमी पार्टी ने दिलीप पांडे को मनोज तिवारी के सामने चुनावी मैदान में उतारा है।
#WATCH Delhi CM Arvind Kejriwal: Manoj Tiwari naachta bahaut acha hai, Pandey ji (AAP's North-East Delhi candidate Dilip Pandey) ko naachna nahi aata, kaam karna aata hai, is baar kaam karne wale ko vote dena, naachne wale ko vote mat dena. (03/05/2019) pic.twitter.com/a3EuxyNytP
— ANI (@ANI) May 4, 2019
केजरीवाल के बयान पर नाराजगी जताते हुए तिवारी ने कहा कि पूर्वांचल के लोग 12 मई को चुनाव में केजरीवाल को सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा, "मुझे गाली देकर उन्होंने (केजरीवाल) पूर्वांचल के लोगों का अपमान किया है और अब यही लोग उन्हें इसके नतीजे दिखाएंगे।"
दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट पर होने वाले मुकाबले पर सभी की निगाहें टिकी है। दरअसल, यहां कांग्रेस और भाजपा, दोनों ने अपने-अपने प्रदेशाध्यक्ष को चुनावी मैदान में उतारा है। मनोज तिवारी के सामने यहां कांग्रेस ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित को टिकट दिया है। ऐसे में यहां दिलचस्प मुकाबला होने की संभावना है। AAP ने दिलीप पांडे को उतारकर पूर्वांचली लोगों के वोट पाने की रणनीति बनाई है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन को लेकर कई कोशिशें हुई थी। दोनों पार्टियां दिल्ली में साथ मिलकर लड़ने को तैयार थी, लेकिन कांग्रेस हरियाणा और पंजाब में AAP से गठबंधन को तैयार नहीं थी। इसे लेकर दोनों पार्टियों की आपसी सहमति नहीं बन पाई। अब दिल्ली में भाजपा, AAP और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा।