UPSC: IAS और IES अधिकारी में क्या है अंतर? जानें काम और जिम्मेदारी
भारत में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा कई विभागों में भर्ती के लिए परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इसमें 2 विकल्प युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। इनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) शामिल है। अधिकांश उम्मीदवार इन दोनों विकल्पों को सफलता का शिखर मानते हैं। हालांकि, कुछ नए उम्मीदवार इन दोनों विकल्पों के बीच भ्रमित हो जाते हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको इन दोनों सेवाओं के बीच का प्रमुख अंतर बताएंगे।
सेवा का प्रकार
IAS अधिकारी देश की प्रशासनिक व्यवस्था और नीति निर्धारण के लिए जिम्मेदार होते हैं। इनका प्रमुख काम जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखना और नीति निर्माण के लिए विस्तृत श्रृंखला प्रदान करना है। ये देश के विकास और शासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। IES अधिकारी सरकार के भीतर इंजीनियरिंग से संबंधित भूमिकाओं को निभाते हैं। IES अधिकारी का काम आवश्यक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का निष्पादन और रखरखाव करना है। ये रेलवे, दूरसंचार, सड़क जैसे विभागों में काम करते हैं।
पात्रता मापदंड
IAS अधिकारी की नियुक्ति के लिए सिविल सेवा परीक्षा (CSE) होती है। इसमें भाग लेने के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी विषय में स्नातक डिग्री प्राप्त होना अनिवार्य है। 21 से 32 साल के युवा परीक्षा में भाग ले सकते हैं। IES अधिकारी की नियुक्ति के लिए इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (ESE) होती है। इसमें केवल इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री प्राप्त युवा आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवारों की आयु 21 से 30 साल के बीच होना अनिवार्य है।
चयन प्रक्रिया
IAS और IES अधिकारी के लिए चयन प्रक्रिया प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के रूप में 3 चरणों में होती है, लेकिन दोनों पदों के लिए परीक्षा पैटर्न अलग-अलग होता है। IAS की मुख्य परीक्षा में अलग-अलग विषय के कुल 9 पेपर होते हैं, जबकि IES की मुख्य परीक्षा इंजीनियरिंग अनुभाग से संबंधित 2 पेपर होते हैं। हालांकि, दोनों परीक्षाओं में उम्मीदवारों का अंतिम परिणाम मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के आधार पर तैयार होता है।
पद नियुक्ति
एक IAS अधिकारी को प्रशासनिक सेवा में उच्च पदों पर नियुक्ति मिलती है। इसमें जिला मजिस्ट्रेट, संभागीय आयुक्त, कलेक्टर, भारत सरकार के सचिव, कैबिनेट सचिव, मुख्य सचिव जैसे शीर्ष पद शामिल हैं। IES अधिकारी इंजीनियरिंग भूमिकाओं में विशेषज्ञ होते हैं। वो भारतीय रेलवे, केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा, भारतीय दूर संचार सेवा, केंद्रीय जल अभियांत्रिकी सेवा जैसे सरकारी विभागों के साथ काम करते हैं। IES अधिकारी की तुलना में IAS अधिकारी के पास ज्यादा शक्तियां होती हैं।
क्या होती है वेतन की स्थिति?
IAS और IES अधिकारी दोनों ग्रेड A के पद हैं, लेकिन दोनों का वेतन एक समान नहीं है। IAS अधिकारी को IES अधिकारी की तुलना में अधिक वेतन मिलता है। हालांकि, दोनों पदों पर सरकारी आवास, परिवहन और स्वास्थ्य भत्ते मिलते हैं।