'CBSE सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप' के लिए आवेदन शुरू, जानें प्रक्रिया

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 'सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप' स्कीम के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। CBSE की तरफ से जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप स्कीम के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया 17 जनवरी, 2022 को समाप्त हो जाएगी। इस स्कॉलरशिप के तहत कक्षा 10 में पढ़ाई करने वाली मेधावी छात्राएं कक्षा 11वीं और 12वीं में पैसे की कमी होने के बावजूद अपनी पढ़ाई को जारी रख सकती हैं।
सिंगल गर्ल चाइल्ड' का मतलब ऐसी लड़की से है जो अपने माता-पिता की इकलौती संतान है और उसका कोई भाई या बहन नहीं है। यदि आप अपने परिवार में अकेली लड़की हैं और आपका एक भाई है, तब आप इस स्कॉलरशिप की हकदार नहीं होंगी।
सिंगल गर्ल चाइल्ड ने 10वीं कक्षा की परीक्षा CBSE द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल से कम से कम 60 प्रतिशत नंबरों से पास की हो और 11वीं या 12वीं कक्षा में भी वह CBSE मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ रही हों। जिस स्कूल में ये सिंगल गर्ल चाइल्ड पढ़ रही हों, उस स्कूल की ट्यूशन फीस 1,500 रुपये प्रति माह से अधिक न हो और अगले दो वर्षों में ट्यूशन फीस में कुल बढ़ोतरी 10 प्रतिशत से अधिक न हो।
'सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप' स्कीम के तहत प्रत्येक योग्य छात्रा को अधिकतम दो वर्षों की अवधि के लिए 500 रुपये प्रति माह प्रदान किये जाएंगे। योग्य छात्रा को यह स्कॉलरशिप भुगतान उनके बैंक खाते में ECS/NEFT के माध्यम से किया जायेगा। बता दें सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप का उद्देश्य लड़कियों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने और मेधावी छात्राओं को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए माता-पिता के प्रयासों को पहचानना है।
'सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप' के लिए आवेदन करन के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट www.cbse.nic.in पर जाएं। स्कॉलरशिप सेक्शन में जाकर 'CBSE Scholarship Scheme For Single Girl Child 2021' पर क्लिक करें। अब 'fresh या renewal' पर क्लिक करें। इसके बाद 'SGC-X fresh application or renewal' पर क्लिक करें। अब एप्लीकेशन फॉर्म भरें और दस्तावेज अपलोड करें। सभी जानकारी भरने के बाद सबमिट करें और भविष्य के लिए प्रिंटआउट लेना न भूलें।
बता दें कि भारत में साक्षरता दर पुरुष और महिलाओं में काफी अंतर है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के सर्वेक्षण के अनुसार भारत की साक्षरता दर 77.7 प्रतिशत है। राष्ट्रीय स्तर पर पुरुषों की साक्षरता दर 84.7 प्रतिशत जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 70.3 प्रतिशत है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि सभी राज्यों में पुरुषों की साक्षरता दर महिलाओं से अधिक है। केरल में पुरुषों की साक्षरता दर 97.4 प्रतिशत, जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 95.2 प्रतिशत है।