फिरोजाबाद: रेलवे कर्मचारियों ने प्रवासी मजदूरों पर फेंके बिस्किट, एक अधिकारी निलंबित
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में प्रवासी मजदूरों पर बिस्किट फेंकने के मामले में एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी समेत आठ कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस वीडियो में रेलवे कर्मचारियों को मजदूरों के बारे में गाली-गलौज की भाषा में बात करते हुए भी देखा जा सकता है। मामले में विस्तृत जांच के आदेश भी दिए गए हैं और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार की है घटना
घटना सोमवार की बताई जा रही है। तीन मिनट के वीडियो में कुछ रेलवे कर्मचारियों को फिरोजाबाद में एक रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को बिस्किट बांटने हुए देखा जा सकता है। चीफ इंस्पेक्टर ऑफ टिकट (CIT) डीके दीक्षित इस टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। ़ वीडियो में रेलवे कर्मचारियों को श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन में बैठे मजदूरों को फेंक कर बिस्किट देते हुए देखा जा सकता है। वे गाली-गलौज करते हुए मजदूरों का मजाक भी उड़ा रहे हैं।
दीक्षित ने स्वीकार की गाली-गलौज की बात
वीडियो के अंत में CIT दीक्षित को ये मंजूर करते हुए सुना जा सकता है कि उन्होने बिस्किट की पैकेट मांग रहे कुछ प्रवासी मजदूरों के खिलाफ गाली-गलौज का प्रयोग किया। बता दें कि ये बिस्किट सरकार द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
रेलवे अधिकारियों के व्हाट्सऐप ग्रुप पर शेयर की गई थी वीडियो
वीडियो में एक रेलवे कर्मचारी कह रहा है, "बिस्किट बांटे जा रहे हैं क्योंकि आज दीक्षित सर का जन्मदिन है।" जब कुछ मजदूर बिस्किट की पैकेट की कहते हैं तो एक कर्मचारी उन्हें जबाव देते हुए कहता है, "अभी तो दिया। बांट कर खाओ।" मौके पर मौजूद किसी कर्मचारी ने इस घटना का वीडियो बना लिया था, जिसके बाद इसे रेलवे अधिकारियों के एक व्हाट्सऐप ग्रुप पर शेयर किया गया। यहां से ये वीडियो सोशल मीडिया पर लीक हो गई।
आठ कर्मचारियों को किया गया निलंबित
वीडियो सामने आने के बाद टुंडला के सहायक ट्रैफिक मैनेजर संजय कुमार की जांच टीम ने 21 कर्मचारियों को तलब कर उनके बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर CIT दीक्षित समेत आठ कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। घटना की विस्तृत रिपोर्ट प्रयागराज डिविजन के वरिष्ठ डिविजनल कॉमर्शियल मैनेजर नवीन दीक्षित को सौंपी जाएगी जो निलंबित कर्मचारियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेंगे।
खाने-पानी की कमी की वजह से हुई है कई मजदूरों की मौत
बता दें कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण लाखों प्रवासी मजदूर देश के विभिन्न-विभिन्न इलाकों में फंस गए थे। अब उन्हें उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जा रही हैं। रोजगार जाने के कारण मजदूरों के कारण पैसे की कमी है और उन्हें सरकार और अन्य संस्थाओं द्वारा खाना-पानी प्रदान किया जा रहा है। खाने-पानी की कमी की वजह से कई मजदूरों की मौत भी हुई है।