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खुदरा महंगाई जनवरी में घटकर हुई 4.31 प्रतिशत, खाने-पीने का सामान हुआ सस्ता
खुदरा महंगाई जनवरी में घटकर हुई 4.31 प्रतिशत (तस्वीर: पिक्साबे)

खुदरा महंगाई जनवरी में घटकर हुई 4.31 प्रतिशत, खाने-पीने का सामान हुआ सस्ता

Feb 12, 2025
06:52 pm

क्या है खबर?

जनवरी में खुदरा महंगाई दर घटकर 5 महीना के निचले स्तर पर पहुंच गया। जनवरी में खुदरा महंगाई दर घटकर 4.31 रह गई, जो दिसंबर में 5.22 प्रतिशत थी। खाने-पीने की चीजों के दाम कम होने से महंगाई घटी है। ग्रामीण इलाकों में महंगाई दर 4.64 प्रतिशत और शहरी इलाकों में 3.87 प्रतिशत रही। महंगाई में कमी से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नीतियों पर असर पड़ सकता है और ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ सकती है।

दाम

खाने-पीने की चीजों के दाम घटे

खाद्य महंगाई दर जनवरी में 6.02 प्रतिशत रही, जो दिसंबर में 8.39 प्रतिशत थी। यह अगस्त, 2024 के बाद सबसे कम स्तर पर पहुंची है। सब्जियों की कीमतों में तेजी पहले 26.6 प्रतिशत थी, जो जनवरी में घटकर 11.35 प्रतिशत रह गई। अनाज की महंगाई दर दिसंबर में 6.50 प्रतिशत थी, जो जनवरी में 6.24 प्रतिशत रह गई। दालों की कीमतें भी घटी हैं और इनकी महंगाई दर 2.59 प्रतिशत रही, जो दिसंबर में 3.80 प्रतिशत थी।

असर

RBI की नीतियों पर असर

महंगाई घटने से RBI के लिए ब्याज दरें कम करने का रास्ता खुल सकता है। फरवरी में RBI ने 5 साल में पहली बार रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर इसे 6.25 प्रतिशत कर दिया था। RBI का लक्ष्य महंगाई को 2-6 प्रतिशत के बीच रखना है। अगर खाद्य वस्तुओं की कीमतें स्थिर रहीं तो आगे भी महंगाई काबू रहेगी। महंगाई कम होने से उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ेगी, जिससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।

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भविष्य

भविष्य में क्या उम्मीद? 

RBI ने 2025-26 के लिए औसत महंगाई दर 4.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। पहली तिमाही में इसे 4.5 प्रतिशत, दूसरी में 4 प्रतिशत, तीसरी में 3.8 प्रतिशत और चौथी में 4.2 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। केंद्र सरकार ने बजट में टैक्स छूट देकर लोगों की जेब में ज्यादा पैसा देने की कोशिश की है, जिससे खपत बढ़े। हालांकि, रुपये में गिरावट और वैश्विक अनिश्चितताओं का असर भारतीय बाजार पर पड़ सकता है।

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