रघुराम राजन का बयान, गठबंधन सरकार आई तो धीमी हो जाएगी अर्थव्यवस्था की रफ्तार
क्या है खबर?
केंद्र सरकार के 'विरोधी' की पहचान रखने वाले भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने लोकसभा चुनाव से पहले एक ऐसा बयान दिया है जो प्रधानमंत्री मोदी की सोच से मेल खाता है।
राजन ने कहा है कि अगर 2019 में गठबंधन की सरकार आती है तो इससे विकास की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।
प्रधानमंत्री भी कहते रहे हैं कि तेजी से विकास करने के लिए देश को गठबंधन नहीं बल्कि एक मजबूत सरकार की जरूरत है।
बयान
'गठबंधन सरकार आने पर धीमी होगी अर्थव्यवस्था की रफ्तार'
दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच (WEF) शिखर सम्मेलन के दौरान इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान राजन ने देश की अर्थव्यवस्था से संबंधित कई मुद्दों पर अपनी राय रखी।
गठबंधन की सरकार पर राजन ने कहा, "अगर लोकसभा चुनाव के बाद देश में गठबंधन की सरकार बनती है तो इससे अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।"
उनका ये बयान तब आया है जब देशभर में विपक्षी मिलकर भाजपा के खिलाफ महागठबंधन की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस सरकार
कांग्रेस सरकार आने पर वित्त मंत्री बनने की अटकलों पर लगाया विराम
राजन ने कांग्रेस की सरकार आने पर खुद के वित्त मंत्री बनने की अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह कोई राजनेता नहीं है और ये सब अफवाहें हैं। उन्होंने कहा कि वे सभी पार्टी के नेताओं से बात करते हैं।
राजन ने देश में कृषि संकट को हल करने और नए रोजगार पैदा करने को सख्त जरूरत बताया।
उन्होंने कहा कि देश में रोजगार पैदा हो रहे हैं लेकिन वह जरूरत के हिसाब से कम हैं।
GST, नोटबंदी
'GST पास, नोटबंदी फेल'
सरकार के दो बड़े आर्थिक फैसलों नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (GST) पर अपनी राय रखते हुए राजन ने GST को एक अच्छा कदम बताया।
वहीं नोटबंदी की सफलता पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि पता नहीं इससे लोगों के व्यवहार में कोई अंतर आया है या नहीं।
नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) को बैंकिंग सिस्टम के लिए खतरा बताते हुए उन्होंने कहा कि ये ठीक नहीं है और इसे तुरंत साफ किए जाने की जरूरत है।